सड़कों पर गढ्डों की भरमार, जोखिम में रहता जान
जागरण संवाददाताभानपुर बस्ती रखरखाव में लापरवाही व भारी बारिश से ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें
By JagranEdited By: Updated: Tue, 24 Aug 2021 11:09 PM (IST)
जागरण संवाददाता,भानपुर, बस्ती: रखरखाव में लापरवाही व भारी बारिश से ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें बदहाल हो गई हैं। कदम-कदम पर बने जानलेवा गड्ढे और उसमें भरा बारिश का पानी लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। संवाददाता ने मंगलवार को सल्टौआ-गोपालपुर विकास खंड के देईपार-भैसहवा, सलतौवा-मुड़बरा व रामनगर विकास खंड के उकड़ा-शंकरपुर सड़कों की पड़ताल की। तीनों सड़कें बदतर हालत में हैं।
ब्लाक मुख्यालय सलतौवा को जोड़ने वाली देईपार-भैसहवा सड़क वर्षो से उपेक्षा का शिकार है। छह किमी लंबी सड़क का निर्माण ढाई दशक पूर्व लोक निर्माण विभाग ने कराया था। बीच-बीच में मरम्मत का कार्य हुआ, लेकिन फिर भी सड़कों की स्थिति नहीं सुधरी। क्षेत्र के दु:खराम मौर्य, अपूर्व सिंह, अरविद कुमार मौर्य, अभयानंद मौर्य, राजेश गुप्ता आदि ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमरौली शुमाली को जोड़ने वाली इस सड़क से होकर भिरिया, अमरौली शुमाली, औड़जंगल, पिटाउट, तेलियाडीह, चौकवा, गोरखर, गौहनिया, हसनापुर, रमवापुर, रेहारजंगल समेत दर्जनों गांवों के सैकड़ों लोगों का आना-जाना लगा रहता है। साथ ही यह सड़क गौर, बभनान, हर्रैया आदि को भी जोड़ती है। वर्तमान में पूरी सड़क जर्जर हो चुकी है। संज्ञान में लाने के बाद भी विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। सलतौवा-मुड़बरा छह किमी लंबी सड़क से सटे ब्लाक मुख्यालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, राजकीय पशु चिकित्सालय, राजकीय बीज गोदाम, बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय, ब्लाक संसाधन केंद्र, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के अलावा इंटर कालेज समेत कई शिक्षण संस्थान संचालित हैं। क्षेत्र के दिनेश दुबे, चन्द्र प्रकाश शुक्ल, हनुमान प्रसाद चौधरी, राम सजीवन चौधरी, संतोष अग्रहरि, बाल गोपाल शुक्ल आदि ने कहा कि सलतौवा गांव से सीडीपीओ कार्यालय तक सड़क पर जलभराव के साथ ही भीषण गंदगी की समस्या है। क्षेत्र के रेंगी, रुद्रपुर, सेहमो, कोइलसा, मझौवा बाबा, पड़रिया दत्तू, दसिया, बहादुरपुर आदि गांवों के लोगों को ब्लाक मुख्यालय आने के लिए सौ बार सोचना पड़ता है। बस्ती-डुमरियागंज मार्ग पर उकड़ा तिराहे से शंकरपुर होकर कुआनो नदी के अड़वा घाट को जोड़ने वाली 11 किमी सड़क पर पैदल चलना मुश्किल हो गया है। उकड़ा से शंकरपुर तक छह किमी लंबी सड़क का निर्माण प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से प्रस्तावित है। काम शुरू करने के नाम पर पटरियों पर गिट्टियों का ढेर लगा दिया गया है। पटरियां ऊंची कर दिए जाने से सड़क नाला बन चुकी है।
सुनील कुमार पांडेय, सुनील तिवारी, शेषराम चौधरी, दरोगा पांडेय, दिनेश कुमार, दुर्गा सिंह आदि का कहना है कि पिछले तीन साल से सड़क बुरी तरह जर्जर है। अब सड़क निर्माण की आस जगी है। इसके बाद भी सड़क बनने में साल भर लग जाएगा। शंकरपुर से अड़वा घाट तक भी सड़क जर्जर है। यह सड़क पड़ोसी जनपद गोंडा के अल्लीपुर बाजार को जोड़ती है। इस मार्ग से दोनों जनपदों के लोगों का आवागमन होता है।
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