अयोध्या में ढांचा गिराने के आरोपी रमेश सिंह के बेटे की अपहरण के बाद हत्या, बोरे में मिली लाश
अयोध्या में ढांचा गिराने के आरोपी रहे बजरंग दल के पूर्व संयोजक रमेश प्रताप सिंह के बेटे शक्ति सिंह का अपहरण कर हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज घटना में पूर्व विधायक राना किंकर सिंह के बेटे राना नागेश प्रताप सिंह समेत पांच लोगों पर अपहरण व हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, बस्ती। अयोध्या में ढांचा गिराने के मामले में आरोपित रहे बजरंग दल के पूर्व संयोजक रमेश प्रताप सिंह के बेटे का अपहरण करने के बाद हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज घटना में मृतक शक्ति सिंह के भाई विक्रम प्रताप सिंह की तहरीर पर पूर्व विधायक राना किंकर सिंह के बेटे नामजद राना नागेश प्रताप सिंह समेत पांच लोगों पर अपहरण व हत्या का मुकदमा नगर थाना पुलिस ने दर्ज किया है।
बजरंग दल के नेता रहे रमेश सिंह अयोध्या में ढांचा गिराने के मामले में पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, अशोक सिंघल के साथ आरोपित थे। जनपद ही नहीं प्रदेश के बड़े हिंंदूवादी नेताओं में शामिल रहे। उनके बेटे की हत्या में भाजपा नेता राना नागेश प्रताप सिंह का हाथ बताया जा रहा है।
मृतक के भाई की तहरीर पर राना नागेश, रवि सिंह निवासी बेलाड़ी, नगर, शैलेश सिंह, मनोज शुक्ला समेत पांच लोग नामजद किए गए हैं। इस घटना को लेकर पूरे जनपद में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
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जानकारी के मुताबिक पूर्व विधायक राना कृष्ण किंकर सिंह व रमेश प्रताप सिंह के बीच पुरानी अदावत चल रही थी। रमेश प्रताप सिंह के पिता पहलवान सिंह की हत्या में पूर्व विधायक राना किंकर आरोपित रहे थे। इस रंजिश को लेकर दोनों परिवार हमेशा आमने-सामने थे। बाद में दोनों के बीच सुलह होने की भी बात बताई जाती है।
वर्तमान में रमेश सिंह व किंकर सिंह दोनों दुनिया में नहीं हैं लेकिन इनके बेटों के बीच फिर एक बार खूनी संघर्ष शुरू हो गया है। घटना के बाबत सीओ कलवारी प्रदीप त्रिपाठी ने बताया कि अपहरण व हत्या के मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी के उनके संभावित ठिकानों पर पुलिस टीमों की ओर से दबिश दी जा रही है।
यह है घटनाक्रम
मृतक के भाई विक्रम की तहरीर के मुताबिक उनके बड़े भाई गांव के ही एक व्यक्ति की मृत्यृ हाेने पर उसकी अंत्येष्टि के लिए मूड़घाट पर गए थे। वहीं से उनके भाई शक्ति सिंह का राना नागेश ने अपने साथियों के साथ अपहरण कर लिया था।
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उसके बाद हत्या कर शव को दो टुकडों में बोरे में भरकर दुबौलिया थानाक्षेत्र में सरयू नदी के किनारे तटबंध पर फेंक दिया था। पुलिस ने शव को बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जब इसकी सूचना शक्ति के भाई को हुई वह मोर्चरी में पहुंचे और अपने भाई के शव की पहचान की।
पुलिस अधीक्षक बस्ती गोपाल कृष्ण चौधरी का कहना है कि नामजद आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उनकी तलाश हो रही है। हत्या के पीछे अन्य कारण की तलाश में पुलिस जुटी है।