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यूपी के इस जिले में आयुष्मान कार्ड से वंचित 2.38 लाख लाभार्थी, आधार से मोबाइल नंबर लिंक न होने से दिक्कत; ऐसे करें आवेदन

Ayushman Card Update - एक अप्रैल 2018 से शुरू हुई योजना पांच साल बीतने के बावजूद अभी भी 238701 लाभार्थियों का आयुष्मान गोल्डन कार्ड नहीं बन पाया है। यह स्थिति तब है जबकि अस्पतालों में बने निर्धारित केंद्रों के अलावा कोटेदारों ग्राम पंचायतों व अन्य कई विभागों के कर्मियों को सूची में शामिल पात्र लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाए जाने की जिम्मेदारी दी गई है।

By Jitendra Upadhyay Edited By: riya.pandey Updated: Mon, 29 Jan 2024 12:04 PM (IST)
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यूपी के इस जिले में आयुष्मान कार्ड से वंचित 2.38 लाख लाभार्थी
जागरण संवाददाता, भदोही। Ayushman Card: आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देने के लिए संचालित आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाने की सूची में जिले में 662260 पात्र लाभार्थियों को शामिल किया गया है।

एक अप्रैल 2018 से शुरू हुई योजना पांच साल बीतने के बावजूद अभी भी 238701 लाभार्थियों का आयुष्मान गोल्डन कार्ड नहीं बन पाया है। यह स्थिति तब है जबकि अस्पतालों में बने निर्धारित केंद्रों के अलावा कोटेदारों, ग्राम पंचायतों व अन्य कई विभागों के कर्मियों को सूची में शामिल पात्र लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाए जाने की जिम्मेदारी दी गई है।

स्वास्थ्य व जिम्मेदार अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी गोल्डन कार्ड बनाए जाने को गंभीरता नहीं बरत रहे हैं। वहीं जागरूकता के अभाव में कार्ड बनवाने में लाभार्थी भी उदासीन हैं। ऐसे में भारत सरकार की ओर से संचालित अति महात्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के लाभ से लाभार्थी वंचित हो रहे हैं।

आयुष्मान भव: विशेष अभियान में भी नहीं मिली सफलता

अक्टूबर में 15 दिन का चलाए गए विशेष अभियान में आयुष्मान भारत योजना के तहत सूची में शामिल सभी लाभार्थियों का कार्ड बनाया जाना था। शासन की ओर से शत-प्रतिशत कार्ड बनाए जाने का सख्त निर्देश था। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी की लापरवाही के चलते अभियान में भी कोई खास सफलता नहीं मिल पाई। गोल्डन कार्ड से वंचित लोगों को आकस्मिक गंभीर बीमारी के उपचार की जरूरत पड़ी तो आर्थिक दिक्कत इलाज में बाधक होने से परेशानी में पड़ सकते हैं।

आधार से मोबाइल नंबर लिंक न होने से दिक्कत

गोल्डन कार्ड बनाए जाने को आधार से मोबाइल नंबर का लिंक होना जरूरी है। कार्ड से वंचित लोगों में आधे से अधिक लोगों का आधार से मोबाइल नंबर लिंक नहीं है। इस वजह से ऐसे लाभार्थियों तक कार्ड नहीं पहुंच पाया है।

सीएमओ डॉ. संतोष कुमार चक के अनुसार, जनपद में अभी तक कुल 423559 लाभार्थियों का आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है। अस्पतालों में निर्धारित केंद्रों पर कार्ड बनाया जा रहा है। जिम्मेदार अन्य विभाग के लोगों को ओर से भी सूची में शामिल पात्रों का गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है।

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