किराए के भवन से मुक्त होगा आयुर्वेदिक अस्पताल घोसिया
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्थापित राजकीय आयुर्वेि
By JagranEdited By: Updated: Tue, 31 Aug 2021 04:07 PM (IST)
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्थापित राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल घोसिया अब किराए के भवन में नहीं चलेगा। विभाग की ओर से किराए के भवन में चल रहे अस्पताल की जगह के अपने भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 25 बेड के अस्पताल भवन के निर्माण के लिए भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित हो चुकी है। अब इंतजार है शासन स्तर से भवन निर्माण की स्वीकृति व धन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की। जैसे ही शासन की ओर से अनुमति मिलेगी स्टीमेट व प्रस्ताव तैयार कर भेज दिया जाएगा। जैसे ही धन मिला अस्पतालों को किराए के भवन से मुक्ति मिलेगी।
जिसे में स्वास्थ्य सुविधा के लिए स्थापित 26 राजकीय अस्पताल कई वर्ष से उपेक्षित चल रहे थे। कहीं भवन जर्जर अवस्था में पहुंचते जा रहे थे तो कहीं चिकित्सक व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ दवाओं तक के अभाव का रोना बना रहता था। वह भी ऐसे दौर में जबकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा हासिल हो, शासन स्तर से तमाम कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए निश्शुल्क एबुलेंस तक की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। वहीं कई राजकीय आयुर्वेदिक अस्पतालों को अपना भवन तक नहीं मिल सका है। राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल घोसिया भी किराए के भवन में चल रहा था। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी वाराणसी डा. भावना द्विवेदी ने बताया कि घोसिया में 25 बेड के अस्पताल भवन के निर्माण के लिए भूमि मिल चुकी है। शासन से भवन निर्माण की स्वीकृति मिलने पर स्टीमेट तैयार कर भेजा जाएगा। साथ ही धन अवमुक्त होने पर निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। --------- दो और अस्पतालों के भवन निर्माण का भेजा प्रस्ताव
- घोसिया में 25 बेड के आयुर्वेदिक अस्पताल भवन के निर्माण के लिए जहां भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। वहीं जिले में दुर्गागंज व दरूनहां अस्पताल के भवन निर्माण के लिए शासन को पहले ही प्रस्ताव भेज दिया गया है। जैसे ही स्वीकृति व धन मिला अस्पतालों के नया भवन मिले का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।