Heatwave in UP: देखभाल में बरतें सावधानी, बढ़ती गर्मी से हीट स्ट्रोक की जद में आएंगे मवेशी; दुग्ध उत्पादन पर भी पड़ेगा असर
Heatwave in UP मौसम का मिजाज बेहद तल्ख है। गर्मी के साथ असहनीय धूप हो रही है। तीखी धूप व गर्मी से इंसान तो परेशान हैं ही साथ में मवेशियों पर भी गर्मी का खूब असर हो रहा। पशु चिकित्साधिकारी ज्ञानपुर डा. विनोद कुमार यादव ने बताया कि मौजूदा समय में हो रही धूप पशुओं के लिए बेहद घातक है।
संवाद सहयोगी, भदोही। मौसम का मिजाज बेहद तल्ख है। गर्मी के साथ असहनीय धूप हो रही है। तीखी धूप व गर्मी से इंसान तो परेशान हैं ही, साथ में मवेशियों पर भी गर्मी का खूब असर हो रहा। उन पर भी हीट स्ट्रोक का खतरा मंडराने लगा है। ऐसे में पशुपालक व किसानों ने पशुओं की देखभाल में लापरवाही की तो बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है।
लापरवाही से मवेशी संकट में आए तो उनके इलाज को लेकर पालकों की भी दिक्कत बढ़ेगी। इसे लेकर पशुपालन विभाग की ओर से भी बचाव को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है।
ये धूप पशुओं के लिए बेहद घातक
पशु चिकित्साधिकारी ज्ञानपुर डा. विनोद कुमार यादव ने बताया कि मौजूदा समय में हो रही धूप पशुओं के लिए बेहद घातक है। अधिक देर तक मवेशियों को धूप में छोड़ने से उनमें हीट स्ट्रोक की समस्या आती है। यदि शीघ्र उपचार नहीं मिला तो पशुओं की मौत तक हो जाती है। इसके साथ ही दुग्ध उत्पादन भी प्रभावित होगा। जिससे पालकों को नुकसान पहुंचता है।हीट स्ट्रोक के लक्षण
- सुबह सामान्य मवेशी के शरीर का तापमान दोपहर से शाम तक 104 से 106 डिग्री तक हो जाता है।
- शरीर का तापमान बढ़ने के साथ मुंह से लार भी आने लगता है। मवेशी खाना-पीना छोड़ देते हैं।
- पशु कमजोर होने लगता है। दुधारू मवेशी दूध कम कर देते हैं।
- शरीर में पानी की कमी होने से गोबर रुक जाता है।
ऐसे कर सकते हैं बचाव
- पशुओं को छायादार स्थान पर रखें, धूप में चरने के लिए न छोड़ें।
- धूप से लाने के बाद कुछ देर छाए में बांधे, तब पानी पिलाएं।
- सुबह और शाम को सूर्यास्त के बाद नहलाने का प्रयास करें।
- पशुशाला के ऊपर पुआल डालें, ताकि वह गर्म न हो।
- मवेशियों के आहार में 250 से 500 ग्राम तक गुड़ व 10 से 20 ग्राम नमक शामिल करें।