Bhadohi: 25 करोड की लागत से बना महिला अस्पताल.. 2018 में सीएम योगी ने किया लोकार्पण; लेकिन इलाज से महरूम रोगी
Bhadohi News तीन जून वर्ष 2018 में भदोही आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 100 बेड युक्त महिला अस्पताल का लोकार्पण किया था। पर 25 करोड़ की लागत से बनकर तैयार अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल का लाभ जनता को आज तक नहीं मिला।
संवाद सहयोगी, भदोही: तीन जून वर्ष 2018 में भदोही आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 100 बेड युक्त महिला अस्पताल का लोकार्पण किया था। पर 25 करोड़ की लागत से बनकर तैयार अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल का लाभ जनता को आज तक नहीं मिला। 2020-21 के कोरोना काल में इसे कोविड अस्पताल में परिवर्तित कर उपयोग में लाया गया। कोरोना से मुक्ति मिलने के बाद डेढ़ साल तक अस्पताल भवन अनुपयोगी रहा। फिलहाल कोरोना की नई लहर को देखते हुए एहतियात के तौर पर एक फिर से चाक चौबंद किया जा रहा है। जबकि अस्पताल संचालन के लिए 2019 में हेरिटेज ग्रुप ने रुचि दिखाई थी। विभागीय अधिकारियों व हेरिटेज प्रबंधन के बीच समझौता भी हुआ है। इसमें 32 बिंदुओं पर विभाग का ध्यानाकर्षित कराते हुए उन्हें दुरुस्त कराने की शर्त रखी थी। विभागीय पहल के बावजूद कार्यदायी संस्था निर्माण निगम द्वारा कमियों को दुरुस्त करने में काफी विलंब किया गया।
2014 में मिली थी शासन की मंजूरी
महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल परिसर में 25 करोड़ की लागत से सौ शैया के महिला अस्पताल निर्माण को 2014 में निवर्तमान सपा सरकार ने मंजूरी दी थी। अस्पताल निर्माण में काफी विलंब हुआ। बहरहाल जैसे तैसे कार्य संपन्न होने के बाद 27 दिसंबर 2018 को कार्यदायी संस्था ने अस्पताल स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर कर संचालन का मार्ग प्रशस्त कर दिया था लेकिन आज तक स्वास्थ्य विभाग उसका संचालन नहीं कर सका। अस्पताल संचालन के लिए विभिन्न संसाधनों व चिकित्सकीय टीम की आवश्यकता बताते हुए शासन को पत्र भेजा गया था लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आया।
क्या-क्या सुविधाएं हैं
शासन की मंशा के अनुरूप कार्यदायी संस्था द्वारा नवनिर्मित अस्पताल में आपरेशन थियेटर, डिलीवरी रूम, चाइल्ड केयर रूम, अल्ट्रासाउंड, आइसीयू, एनआइसीयू, आक्सीजन, नेबूलाइजर, फिजियोथेरैपी, डायलिसिस कक्ष बनाया गया है। इसके अलावा रोगियों की सुविधा के लिए दो लिफ्ट भी लगी हैं। रोगियों को 24 घंटे स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।
वहीं, सीएमओ डा. संतोष कुमार ने बताया कि अस्पताल संचालन को प्रयास किया जा रहा है। कुछ कमियां हैं इसे ठीक कराने कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया गया है। शासन का भी निर्देश है कि इसे जल्द संचालित किया है। इसलिए कमियों को ठीक कराया जा रहा है।