इजरायल-लेबनान युद्ध से इंडिया कारपेट एक्सपो पर पड़ेगा असर, आयातकों ने मेले में आने से किया मना
इजराइल और लेबनान के बीच छिड़े युद्ध के कारण भदोही में होने वाले इंटरनेशनल कारपेट फेयर पर असर पड़ने की संभावना है। दोनों देशों के 13 आयातकों ने आने से मना कर दिया है जो कालीन उद्योग के लिए महत्वपूर्ण खरीदार हैं। इससे उद्यमियों को अपने माल के डंप होने की चिंता है। कालीन निर्यात संवर्धन परिसर ने मंथन शुरू कर दिया है।
इजरायल व लेबनान के 13 आयातकों ने आने से मना कर दिया है। इनसे लगभग अच्छा खासा व्यापार होता है। लेबनान चूंकि स्विट्जरलैंड माना जाता है, इससे यह धनी देशों में गिना जाता है और यहां के लोग भारतीय कालीनों को खूब पसंद करते हैं। पर इस मेले में उनका न आना खलेगा।
-संजय गुप्ता, प्रशासनिक सदस्य, सीईपीसी
इन देशों में भारतीय कालीन जाते हैं और बाजार बढ़ने की संभावनाएं भी थी। पर कालीन मेले में उनके न आने से खास असर नहीं पड़ेगा। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद पहले से ही परिस्थितियों को भांपते हुए आगे बढ़ रही है। मेले में जितने आयातकों के आने की उम्मीद है, उतने कन्फर्म हैं। यह जरूर है कि यह नए देश हैं जिनमें कालीन की मांग बढ़ रही थी। पर अब इनका विकल्प खोजा जाएगा।
-असलम महबूब, प्रशासनिक सदस्य, सीईपीसी