भदोही: रेलवे स्टेशन पर स्टाफ की कमी बन रही टेढ़ी खीर, अधीक्षक निभा रहे स्टेशन मास्टर की ड्यूटी; सुपरवाइजर बांट रहे टिकट
Bhadohi News गर्मी की छुट्टियों के मद्देनजर इन दिनों यात्रियों का भारी दबाव है लेकिन कर्मचारियों के अभाव में यात्रियों को अपेक्षित सुविधा नहीं मिल रही है। यात्रियों के साथ साथ रेल कर्मचारी भी इसे लेकर परेशान हैं। विशेषकर आरक्षण केंद्र व जनरल बुकिंग का संचालन करना टेढ़ी खीर बन गया है। कर्मचारियों की कमी के कारण दोनों केंद्र की एक एक खिड़की का संचालन हो रहा है।
संवाद सहयोगी, भदोही। स्थानीय रेलवे स्टेशन पर कर्मचारियों का घोर अभाव है। आरक्षण केंद्र, जनरल बुकिंग व पैनल कक्ष का संचालन करना मुश्किल हो गया है। स्टेशन अधीक्षक (एसएस) अपनी व स्टेशन मास्टर की ड्यूटी कर रहे तो मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक टिकट बांट रहे हैं। इसी तरह गेटमैन के 10 पदों में छह रिक्त हैं। भदोही स्टेशन पर एसएस को लेकर 40 कर्मचारियों होने चाहिए पर 22 से जैसे तैसे काम चल रहा।
गर्मी की छुट्टियों के मद्देनजर इन दिनों यात्रियों का भारी दबाव है लेकिन कर्मचारियों के अभाव में यात्रियों को अपेक्षित सुविधा नहीं मिल रही है। यात्रियों के साथ साथ रेल कर्मचारी भी इसे लेकर परेशान हैं। विशेषकर आरक्षण केंद्र व जनरल बुकिंग का संचालन करना टेढ़ी खीर बन गया है। कर्मचारियों की कमी के कारण दोनों केंद्र की एक एक खिड़की का संचालन हो रहा है।वाराणसी-प्रतापगढ़ रेलखंड स्थित भदोही स्टेशन की आय प्रति माह एक से सवा करोड़ है। देखा जाए तो वाराणसी-प्रतापगढ़, वाराणसी-प्रयागराज के बीच भदोही स्टेशन सबसे अधिक कमाई वाला स्टेशन है। पर यात्री सुविधाओं के नाम पर फिसड्डी साबित हो रहा है। विशेषकर कर्मचारियों का अभाव चिंता का विषय बना है। इसके लिए विभागीय स्तर पर कई बार लिखा पढी की गई लेकिन उच्चाधिकारियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
एक खिड़की से हो रहा है आरक्षण
स्टेशन के आरक्षण केंद्र पर यात्रियों का भारी दबाव रहता है। बावजूद इसके महज एक खिड़की का संचालन हो रहा है। तीन कर्मचारी हैं जिनमें एक का तबादला भी हो चुका है लेकिन कर्मचारियों की कमी के कारण उसे रिलीव नहीं किया जा रहा है। यही हाल जनरल बुकिंग का है। यहां भी सुपरवाइजर को लेकर महज तीन कर्मचारी हैं। जो बारी बारी से आठ-आठ घंटे की ड्यूटी कर रहे हैं।
कई बार की गई लिखा पढ़ी : एसएस
स्टेशन अधीक्षक बीबी मिश्र का कहना है कि कर्मचारियों का अभाव लंबे समय से बना है। इससे उन्हें स्वयं पैनल कक्ष संभालना पड़ रहा है। कर्मचारी के अभाव में आरक्षण केंद्र की तीन में एक बुकिंग का संचालन हो रहा है। यही हाल जनरल बुकिंग का है। कई बार उच्चाधिकारियों को कर्मचारी बढ़ाने को लिखा गया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।यह भी पढ़ें- दर्ज है आपराधिक मुकदमा फिर भी आवंटित कर दी गई मदिरा की दुकान, हुई शिकायत तो सक्रिय हुआ आबकारी विभाग; अब ठेकेदारों में हड़कंप
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