लाठी से पीटकर महिला की हत्या, पांच गंभीर
क्षेत्र के औरंगाबाद में मंगलवार की रात पुरानी रंजिश को लेकर हुई मारपीट में लाठी से पीटकर बिलिकिस बेगम (45) की हत्या कर दी गई जबकि पांच गंभीर रूप से घायल हो गए।
By JagranEdited By: Updated: Thu, 04 Jul 2019 06:21 AM (IST)
जागरण संवाददाता, खमरिया(भदोही): क्षेत्र के औरंगाबाद में मंगलवार की रात पुरानी रंजिश को लेकर हुई मारपीट में लाठी से पीटकर बिलिकिस बेगम (45) की हत्या कर दी गई जबकि पांच गंभीर रूप से घायल हो गए। आक्रोशित परिजन और ग्रामीणों ने मुआवजा और आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए हाइवे पर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी जीपी यादव और पुलिस क्षेत्राधिकारी यादवेंद्र के समझाने के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जबकि दो फरार हैं।
औराई कोतवाली क्षेत्र के औरंगाबाद निवासी मुदस्सिर और आफताब के बीच पुरानी रजिश चल रही थी। मंगलवार की रात गर्मी और उमस के चलते मुदस्सिर की दो लड़कियां बाहर सो रही थी। लड़कियों को सोते देख पड़ोस के महताब और आफताब फब्तियां भांज रहे थे। इस बात को लेकर मुदस्सिर का लड़का मुजैइयम विरोध जताया तो दोनों के बीच मारपीट होने लगी। चीख-पुकार सुनकर उसकी मां बिलिकिस बेगम भी पहुंच गई। बीच-बचाव कर रही मां बिलिकिस और मुदस्सिर, मुजइय्यम, सफीरुन, जन्नत, और साफिया को मारपीटकर घायल कर दिया। आनन-फानन घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। रास्ते में ही बिलिकिस की मौत हो गई। घटना की जानकारी होते ही पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम होने के बाद गांव में पहुंचे परिजनों ने हाइवे पर शव रखकर जाम लगा दिया। पारिवारिक लाभ दिलाने के आश्वासन पर जाम समाप्त हुआ। विवाद को लेकर ग्रामीण भी थे परेशान औरंगाबाद में मुदस्सिर और आफताब के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा था। आए दिन दोनों के बीच विवाद होते रहते थे। रोजाना विवाद होने को लेकर गांव के लोग भी परेशान रहते थे। ग्रामीणों का कहना था कि दोनों पक्षों के बीच पता नहीं किस लिए आए दिन कुछ न कुछ विवाद होता रहता था। मृतक बिलिकिस स्वभाव में बहुत ही सरल था। उसके सरलता और मृदुभाषी होने के कारण हर कोई सम्मान देता था। आरोपितों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। हत्या का मुकदमा न दर्ज करने पर भड़के ग्रामीण औराई पुलिस ने आफताब, महताब, रियाज और निजाम के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस को आरोपितों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करना चाहिए। बिलिकिस की मौत इलाज के दौरान नहीं बल्कि रास्ते में ही हो गया था। इसलिए पुलिस को इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज करना चाहिए। पुलिस आरोपितों को संरक्षण देने में जुटी हुई है। शीघ्र ही दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो गांव के लोग आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
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