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Amangarh Tiger Reserve: सफारी में बाघ देखकर रोमांचित हो रहे टूरिस्ट, पर्यटकों को 'शेरा और बाहुबली' कर रहे आकर्षित

Amangarh Tiger Reserve 15 नवंबर से अमानगढ़ में शुरू हुए सफारी का आनंद पर्यटकों को देखने को मिल रहा है। यहां पर्यटकों के रास्ते के पास आकर बैठ जाते हैं शेरा और बाहुबली। गाइडों ने यहां बाघ और उनके बच्चों को नाम रखे हैं। पर्यटकों को दो शावकों के साथ घूमती दिख रही रानी। पहले सीजन में तीन हजार 68 पर्यटकों ने अमानगढ़ की सैर की थी

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Mon, 25 Dec 2023 09:39 AM (IST)
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पर्यटकों के रास्ते के पास आकर बैठ जाते हैं शेरा और बाहुबली
जागरण संवाददाता, बिजनौर। अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में बाहुबली, मोहिनी और शेरा को देखकर पर्यटक रोमांचित हो रहे हैं और रानी व उसके दो शावक खूब भा रहे हैं। लगातार दो साल से पर्यटन को धार दे रहे गाइड व जिप्सी चालकों ने अमानगढ़ में पर्यटकों के रास्ते में दिख रहे बाघों को यही नाम दिए हैं। बाघों के नाम भी पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं।

देश भर से आ रहे टूरिस्ट

पर्यटन की दृष्टि से अमानगढ़ अब देशभर में प्रसिद्ध हो चुका है। यहां पर्यटकों को बाघ, गुलदार, भालू और हाथियों के झुंड रोमांचित कर रहे हैं। इस साल 15 नवंबर को शुरू हुए सीजन में फिर से पर्यटकों की भीड़ अमानगढ़ में आ रही है।

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अमानगढ़ में इस सीजन के दूसरे ही दिन से पर्यटकों को बाघ के दीदार लगातार हो रहे हैं। किसी न किसी जिप्सी के पर्यटकों को बाघ आमतौर पर दिख जाता है। अमानगढ़ में पर्यटकों को केहरीपुर जंगल के रास्ते से अंदर ले जाया जाता है और झिरना गेट तक 16 किलोमीटर ले जाकर इसी रास्ते से बाहर लाया जाता है। 32 किलोमीटर के इस रास्ते में पर्यटकों को चार स्थानों पर आमतौर पर बाघ दिख रहे हैं।

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पर्यटकों को वन में घूमाने वाले गाइड और चालकों ने इन बाघों का नामकरण किया है। सबसे पहले दिखने वाले बाघिन का नाम रानी रखा गया है। इसके दो शावक भी इसके साथ रहते हैं। हालांकि इसके शावकों का नामकरण अभी नहीं किया गया है। यह नहीं पता है कि इनमें कौन सा बच्चा नर है और कौन सा मादा। इसके बाद टूरिस्ट ट्रैक पर बाहुबली और शेरा दिखते हैं और बाद में मोहिनी। पर्यटक भी इन बाघ-बाघिन को देखकर और इनके फोटो खींचकर रोमांचित हो रहे हैं।

नहीं पड़ रहा विपरीत प्रभाव

अमानगढ़ में शुरू हुए पर्यटन का वहां के वन्यजीवों पर कोई विपरित प्रभाव नहीं पड़ रहा है। वन्यजीव आराम से घूम रहे हैं। खासतौर से बा पर्यटकों को देखकर भी शांत रहते हैं। हिरनों के झुंड भी अब पर्यटकों की गाड़ियों को देखकर भी शांत ही खड़े रहते हैं और चरने में लगे रहते हैं।

अमनगढ़ में टूरिस्ट ट्रैक पर चार जगह बाघ और बाघिन दिख रहे हैं। कोई न कोई बाघ व बाघिन दिखता ही रहता है। पर्यटक बाघों को देखकर सबसे अधिक रोमांचित हो रहे हैं। एआर रहमान, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर

अमानगढ़ में पर्यटकों को बाघ व बाकी वन्यजीव लगातार दिख रहे हैं। पर्यटकों को रोमांचित करने के लिए गाइड और चालकों ने बाघों के नाम रखे हैं। इससे पर्यटक और भी उत्साहित हो रहे हैं। अरुण कुमार सिंह, डीएफओ 

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