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बिजनौर-नगीना लोकसभा सीट बनी सियासी अखाड़ा, अखिलेश, जयंत चौधरी और मायावती इस तारीख को करेंगे जनसभा

Lok Sabha Election 2024 भाजपा के दिग्गज नेताओं द्वारा ताबड़तोड़ जनसभाएं करके बनाए गए माहौल ने सपा और बसपा की बैचेनी को बढ़ा दिया है। बसपा के सामने अपनी पूर्व में जीती गई बिजनौर और नगीना सीटों को बचाने की चुनौती है तो सपा भाजपा के प्रदेश में सभी 80 सीटों पर जीत के सपने को तोड़ने के लिए जीतोड़ कोशिश कर रही है।

By anuj sharma Edited By: Abhishek Pandey Updated: Thu, 11 Apr 2024 08:31 AM (IST)
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बिजनौर-नगीना लोकसभा सीट बनी सियासी अखाड़ा, अखिलेश, जयंत चौधरी और मायावती इस तारीख को करेंगे जनसभा
जागरण संवाददाता, बिजनौर। भाजपा के दिग्गज नेताओं द्वारा ताबड़तोड़ जनसभाएं करके बनाए गए माहौल ने सपा और बसपा की बैचेनी को बढ़ा दिया है। बसपा के सामने अपनी पूर्व में जीती गई बिजनौर और नगीना सीटों को बचाने की चुनौती है तो सपा भाजपा के प्रदेश में सभी 80 सीटों पर जीत के सपने को तोड़ने के लिए जीतोड़ कोशिश कर रही है।

जिसके लिए अखिलेश यादव ने 13 अप्रैल को नगीना लोकसभा क्षेत्र में नहटौर में जनसभा की घोषणा की है। वही बसपा सुप्रीमो मायावती ने 16 अप्रैल को बिजनौर और नगीना में विशाल जनसभा का कार्यक्रम जारी किया है। भाजपा गठबंधन के लिए जयंत चौधरी 12 और 15 को बिजनौर लोकसभा क्षेत्र में जनसभाएं करेंगे।

भाजपा को बिजनौर और नगीना में मिली थी हार

बिजनौर और नगीना दोनों लोकसभा सीटें वर्ष 2019 के चुनाव में बसपा के खाते मे गईं थी। तभी से भाजपा इन सीटों पर जीत के लिए काम में जुटी है। इस बार भाजपा ने प्रदेश की सभी 80 सीटों पर जीत का लक्ष्य निर्धारित किया है। उसी के तहत नामांकन के साथ ही भाजपा में अपना चुनावी प्रचार अभियान जोर शोर से शुरू कर दिया था।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर मुख्यमंत्री यहां प्रचार के तीन कार्यक्रम कर चुके हैं। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जनसभा को संबोधित कर चुके हैं। पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी लगातार माहौल बनाने में जुटे हैं। भाजपा के इस प्रचार युद्ध ने सपा और बसपा की नींद उड़ा दी है।

भाजपा नेताओं के बाद अब उनके गठबंधन के सहयोगी रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी 11, 12 और 15 अप्रैल को बिजनौर लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाओं का कार्यक्रम जारी किया है। जिससे विपक्षी दलों का यह तनाव और ज्यादा बढ़ गया है।

शीर्ष नेताओं ने नगीना की ओर किया रुख

भाजपा के पक्ष में बनते माहौल को देख दोनों दलों के शीर्ष नेताओं ने बिजनौर और नगीना का रुख किया है। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 13 अप्रैल को बिजनौर लोकसभा क्षेत्र के मीरापुर में और बहटौर विधानसभा क्षेत्र के जैन विद्या मंदिर के मैदान में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे।

अपने संबोधन से वे अपने कार्कर्ताओं और समर्थकों को एकजुट करके भाजपा के सामने मजबूत मुकाबला करने का मौहाल बनाने की कोशिश करेंगे। सपा का लक्ष्य इन सीटों पर मुस्लिम मतो को साधकर रखना है। वो ही सपा को जीत का स्वाद चखा सकते हैं।

वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती के सामने अपनी इन दोनों सीटों पर कब्जा बरकरार रखने की चुनौती है। जिसके लिए 16 अप्रैल को बिजनौर के नुमाइश ग्राउंड में तथा नगीना कसबे में जनसभा करेंगी। उनके सामने अपने दलित वोटों को एकजुट करने और मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने की चुनौती है। दलित और मुस्लिम मतदाता यदि एकसाथ आ जाते हैं तो बसपा एक बार से इन दोनों सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है।

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