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मुख्यमंत्री योगी को इंटरनेट मीडिया पर दी धमकी

एक किशोर ने इंटरनेट मीडिया पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोली मारने की धमकी दी है। जांच के बाद शहर निवासी किशोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 11 Mar 2022 11:20 PM (IST)
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मुख्यमंत्री योगी को इंटरनेट मीडिया पर दी धमकी

बिजनौर, जागरण टीम। एक किशोर ने इंटरनेट मीडिया पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोली मारने की धमकी दी है। जांच के बाद शहर निवासी किशोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

जिले में इंटरनेट मीडिया पर निगरानी के लिए एसपी ने सोशल मीडिया सेल गठित कर रखी है। गुरुवार देर शाम विधानसभा चुनाव नतीजे आने पर एक ट्वीट के माध्यम से टीम को जानकारी मिली कि इंस्टाग्राम के एक अकाउंट पर सीएम योगी आदित्यनाथ को गोली मारने की धमकी दी गई है। सेल की जांच में पता चला कि धमकी देने वाला 16 वर्षीय किशोर मोहल्ला बुखारा का है। पुलिस ने रात ही उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में सामने आया कि एलविश यादव के नाम से इंस्टाग्राम एकाउंट है। भाजपा की जीत के बाद उसने अपने एकाउंट पर भगवा से जुड़ी पोस्ट लगा रखी थी। इस पोस्ट पर किशोर ने अपनी इंस्ट्राग्राम आइडी से कमेंट कर मुख्यमंत्री को गोली मारने की पोस्ट लिख दी। किसी ने उसका स्क्रीन शाट लेकर बिजनौर पुलिस को ट्वीट कर दिया। आबकारी चौकी इंचार्ज योगेश मावी की तहरीर पर किशोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उसकी उम्र के प्रमाणपत्र मंगवाए गए हैं। शहर कोतवाल राधेश्याम ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। किशोर अब अपनी गलती स्वीकार कर रहा है। गलत इंजेक्शन से हुई वृद्ध की मौत

थाना चांदपुर के गांव स्याऊ निवासी 70 वर्षीय भीम सिंह राहूनंगली में अपनी बेटी के यहां आए थे। पेट में दर्द होने पर परिजन बुधवार को उन्हें धामपुर मार्ग स्थित एक अस्पताल ले गए।

चिकित्सक ने उपचार के बाद अपने पास से इंजेक्शन घर पर लगाने के लिए दे दिया। शाम को गांव में रहने वाले चिकित्सक ने भीम सिंह को इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगाने के कुछ ही देर बाद भीम सिंह की हालत बिगड़ गई और उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजनों ने इस संबंध में चिकित्सक से संपर्क किया तो उसने इंजेक्शन लगाने वाले की गलती बताते हुए पल्ला झाड़ लिया। परिजनों ने बिना किसी कार्यवाही के वृद्ध का अंतिम संस्कार कर दिया। बताया जाता है कि चिकित्सक के पास मेडिकल का लाइसेंस भी नहीं है। मृतक के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग से मामले जांच कराने की मांग की है। डीआई आशुतोष मिश्रा ने बताया कि बिना लाइसेंस के किसी भी व्यक्ति को दवाइयां बेचने का अधिकार नहीं है। उन्होंने मामले की जांच की बात कही है।

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