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निजी स्कूलों के साथ सरकारी स्कूल की कदमताल

पूर्व माध्यमिक विद्यालय इब्राहिमपुर साधो के शिक्षक रामौतार सिंह ने अपनी लगन से न सिर्फ विद्यालय की सूरत बदली बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता को भी उठाने का काम किया। उनकी मेहनत का ही परिणाम है कि विद्यालय में वर्तमान में करीब 165 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं और निजी स्कूलों से भी छात्र उनके यहां प्रवेश ले रहे हैं। लॉकडाउन में वह व्हाट्सएप के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 04 Sep 2020 10:24 PM (IST)
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निजी स्कूलों के साथ सरकारी स्कूल की कदमताल

बिजनौर, जेएनएन। पूर्व माध्यमिक विद्यालय इब्राहिमपुर साधो के शिक्षक रामौतार सिंह ने अपनी लगन से न सिर्फ विद्यालय की सूरत बदली, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता को भी उठाने का काम किया। उनकी मेहनत का ही परिणाम है कि विद्यालय में वर्तमान में करीब 165 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं और निजी स्कूलों से भी छात्र उनके यहां प्रवेश ले रहे हैं। लॉकडाउन में वह व्हाट्सएप के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं।

शिक्षक रामौतार सिंह ने बताया कि वर्ष 2016 में विद्यालय में पदभार ग्रहण किया। उस समय विद्यालय में छात्र नामांकन कम एवं भौतिक संसाधनों का अभाव था। उन्होंने विद्यालय का सुंदरीकरण कराने के साथ छात्रों के नामांकन बढ़ाने पर जोर दिया। शिक्षक ने बताया कि 2016-17 में कुल नामांकन 35 थे। विद्यालय आने वाले छात्रों का प्रतिशत भी काफी कम था। उन्होंने अगले वर्ष में नामांकन 112, वर्ष 2018-19 में नामांकन 132 एवं वर्ष 2019-20 मई कुल नामांकन 142 है। लॉकडाउन में ऑनलाइन कक्षा संचालित कर विद्यार्थियों को पठन-पाठन से जोड़े रखा। इस वर्ष विद्यालय में कुल छात्र नामांकन 165 है। जिसमें 75 नए नामांकन शामिल हैं। लॉकडाउन से पहले विद्यालय में आने वाले बच्चों की उपस्थिति भी करीब 90 प्रतिशत रहती थी। उनका कहना है कि वर्तमान में गांव में कोई भी ड्रॉप आउट बच्चा नहीं है। गतवर्ष एवं इस वर्ष ऐसे काफी छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया है, जो कि निजी विद्यालयों में अध्ययनरत थे। उनका कहना है कि वह कक्षा में कमजोर बच्चों और बालिकाओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान देते हैं। इन बच्चों को वह अतिरिक्त शिक्षा देकर अन्य बच्चों के साथ कदम ताल करा रहे हैं।

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