Bijnor News: घर के अंदर सो रहे बुजुर्ग को मार कर खा गया गुलदार, आबादी में हुए गुलदार के हमले से दहशत फैली
Bijnor News In Hindi बिजनौर के गांव जलालपुर हसना में एक गुलदार ने घर में सो रहे बुजुर्ग को मार डाला। इस घटना से गांव में दहशत फैली है। गुलदार घर के खुले दरवाजे से अंदर घुसा और हमला कर दिया। बुजुर्ग की मौत के बाद मौके पर पुलिस और वन विभाग की टीमें पहुंची हैं। टीमें जांच पड़ताल कर रही हैं।
संवाद सूत्र, हीमपुर दीपा−बिजनौर। गुलदार के हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। गांव जलालपुर हसना में शुक्रवार की देर रात गुलदार घर के अंदर सो रहे बुजुर्ग को मारकर खा गया। मौके पर पुलिस और वन विभाग की टीमें जांच पड़ताल कर रही हैं। आबादी के अंदर हुई घटना से ग्रामीण बुरी तरह दहशत में हैं। मकान का दरवाजा रात में खुला था।
क्षेत्र के गांव जलालपुर हसना निवासी 65 वर्षीय ग्रामीण चंद्र प्रकाश पुत्र हरिदास का घर गांव के बाहरी छोर पर है। शुक्रवार की रात घर के अंदर बनी झोपड़ी में चंद्र प्रकाश चारपाई पर सो गया। स्वजन भी झोपड़ी से सटे पास में ही मकान में सो रहे थे।
शरीर का हिस्सा खा गया गुलदार
इस बीच गुलदार जंगल से आकर देर रात्रि मकान के मुख्य दरवाजे से घुस गया। उसने झोपड़ी में सोते हुए चंद्र प्रकाश को दबोच लिया और उसे मारकर शरीर के ऊपर का हिस्सा खा गया। शनिवार सुबह होने पर बुजुर्ग के पुत्रों तेजपाल हितेश सोनू आदि स्वजन ने चारपाई पर अपने पिता को मृत पाया।
सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए। घटनास्थल पर पुलिस और सूचना विभाग की टीम में पहुंचकर जांच पड़ताल कर रही हैं। आबादी के अंदर हुई घटना से ग्रामीण बुरी तरह दहशत में हैं।
छह महीने से देख रहे गुलदार
मामले में प्रधान संजीव कुमार नीरज चौधरी मिस्त्री जगदेव ज्ञानवीर भूपेंद्र राजीव सोनू बादलचंद जसपाल ज्ञानवीर हितेश आदि ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 6 माह से गांव जलालपुर खैरपुर गोगली नंगला के जंगल में गुलदार देखा जा रहा है। जिसने जलालपुर हसना की जंगल स्थित भूड़ पर डेरा जमा रखा है। ग्रामीणों ने वन विभाग से पिंजरा लगाकर गुलदार के आतंक से मुक्ति देने की पूरी जोर मांग की है।
डेढ़ महीने पहले मार दिया था एक बालक
30 नवंबर 2023 को रेहरा के जंगल में बालक अल्फेज को गन्ने के खेत में खींचकर मार चुका है तथा इसके अलावा गांव नाईपुरा,रेहरा के जंगल में दो मासूम बालकों को हमला करके बुरी तरह घायल कर चुका है। वन विभाग ने, ग्रामीणों के सहयोग से आतंक का पर्याय बना पूछ कटा गुलदार के अलावा दो गुलदारों को पिंजरे में कैद करने की सफलता प्राप्त की है।