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Bijnor News: 18 महीने में गुलदार का 22वां मानव शिकार; खूंखार से भिड़ीं मां, पर नहीं बचा पाई बेटी की जान

जंगल में सुबह खेत में अपनी मां के साथ चारा लेने गई सलोनी पर गुलदार ने हमला कर दिया। गुलदार उसे खींचकर ले जाने लगा तो उसकी मां ने शोर मचाया और खेत में साथ काम कर रही अन्य महिलाओं के साथ गुलदार से भिड़ गई। सभी ने मिलकर बामुश्किल लहूलुहान किशोरी को गुलदार के जबड़े से छुड़ाया। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 23 Jul 2024 10:57 AM (IST)
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गुलदार के हमले में मृत सलोनी का फाइल फोटो।

जागरण संवाददाता, बिजनौर। ग्राम पिलाना में चारा काटने के दौरान गुलदार ने एक किशोरी पर हमला कर दिया। बेटी की चीख सुनकर मां दौड़ती हुई पहुंची और गुलदार उससे भिड़ गई। उसके जबड़े से बेटी को छीन लिया। तब तक देर हो चुकी थी। मां के सामने की बेटी की जान चली गई। बेटी को बचाने में मां भी जख्मी हो गई। मां बबीता अन्य महिलाओं के साथ से घास काट रही थी।

बेटी सलोनी करीब 20 मीटर दूर थी। जैसे ही बेटी की चीख सुनीं। बबीता आवाज पर दौड़ पड़ी। बदहवास मां गुलदार के पास पहुंच गई। तब गुलदार उसे जबड़े में दबोचे हुए था। परवाह किए बगैर बबीता दरांती से गुलदार से भिड़ गई।

गुलदार पर दरांती से हमला करते हुए जबड़े से बेटी को छीन लिया। इसमे वह मामूली रूप से घायल हो गई। मां का साहस देखकर गुलदार को वहां से हटना पड़ा। वह बेटी को लेकर खेत से बाहर आई। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

मृत बेटी के शव से विलाप करते स्वजन।

बबीता ने हिम्मत दिखाई

गुलदार के कातिल जबड़े में गर्दन आने के चलते किशोरी को बचाया नहीं जा सका। बेटी के पास पहुंचने में आधा मिनट का समय लगा, लेकिन इतनी देर में गुलदार ने उसकी जान लगभग ले चुका था। मां ने बिलखते हुए बताया कि उसने अपनी बेटी को गुलदार के जबड़े से बचाने का हर संभव प्रयास किया। जिसके चलते गुलदार उसकी बेटी को उठाकर तो नहीं ले जा सका। इसके बावजूद वह अपने जिगर के टुकड़े को नहीं बचा पाई।

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घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही लगा है पिंजरा

विभाग जान बचाने के लिए कागजों में ही कोशिश कर रहा है। जिस जगह हादसा हुआ। वहां से कुछ दूरी पर तीन माह से वन विभाग ने पिंजरा लगा रखा था। पिंजरा सिर्फ रस्म अदायगी के लिए था। दो सौ मीटर दूरी पर गांव पिलाना व निकटवर्ती गांवों के जंगल में काफी समय से गुलदार देखे जाने की शिकायत पर वन विभाग द्वारा तीन माह पूर्व पिलाना के पूर्व प्रधान अरुण त्यागी के बाग में पिंजरा लगवाया गया था। गुलदार नहीं फंस सका।

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नंगला महेश्वरी में गुलदार दिखने से दहशत

मंडावर क्षेत्र के गांव नंगला महेश्वरी से किरतपुर मार्ग पर जाने वाले रास्ते पर गांव के पास गन्ना सेंटर पर पिछले तीन दिनों से गुलदार का जोड़ा देखा जा रहा है। गांव निवासी प्रिंस राजपूत ने बताया कि शनिवार को वह बाइक से देर शाम अपने दोस्त के साथ घर जा रहा था। जैसे ही वह गांव के बाहर गन्ना सेंटर के पास पहुंचे। तभी एक गुलदार खेतों से निकल कर सड़क पर आ गया।

रविवार रात भी गुलदार का जोड़ा वहां से गुजर रहे राहगीरों को गन्ने के सेंटर पर बने फोडिशन पर बैठा दिखाई दिया। रेंजर महेश गौतम ने बताया कि जल्द ही गुलदार के जोड़े को पिंजरा लगाकर पकड़ लिया जाएगा।