Bijnor News: पुलिस से मुठभेड़ में लुटेरे के पैर में लगी गोली, मार्बल व्यापारी से की थी लूट
बिजनौर में पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में एक बदमाश घायल हो गया जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। घायल बदमाश ने अपने साथी के साथ मिलकर मार्बल व्यापारी से लूट की थी। पुलिस ने बताया कि वारदात की साजिश रचने में कुल छह बदमाश शामिल थे जिनमें से पांच की तलाश की जा रही है। घायल बदमाश पर पहले से कई केस दर्ज हैं।
जागरण संवाददाता, बिजनौर। शहर कोतवाली पुलिस की रविवार रात बाइक सवार बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। जवाबी फायरिंग में एक बदमाश के पैर में गोली लगी। पुलिस ने घायल बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है।
बदमाश ने अपने एक साथी के साथ मिलकर मार्बल व्यापारी से लूट की थी। वारदात की साजिश रचने में कुल छह बदमाश शामिल थे। पांच आरोपियों की तलाश की जा रही है। घायल बदमाश ने 2022 में हरिद्वार में डकैती की घटना को अंजाम दिया था। उस पर कई केस दर्ज है।
यह है पूरा मामला
शहर के एसडीपुरम कॉलोनी निवासी शौर्य पुत्र विवेक की मंडावर रोड स्थित जीडी मार्बल के नाम से दुकान है। 17 अगस्त को मालिक से दो बदमाशों ने नोटों से भरा बैग लूट लिया था। पैदल ही फरार हो गए थे। बैग में नकदी, लैपटॉप, बिल व एक पुराना फोन था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
रविवार रात शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव फरीदपुर भोगी की नहर पर बाइक सवार बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। बाइक सवार बदमाश ने पुलिस टीम फायर किया। जवाबी फायरिंग में एक बदमाश घायल हो गया। उसके बाएं पैर में गोली लगी। बदमाश के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। उसके पास से तमंचा बरामद हुआ है।
पूछताछ में सामने आया कि मार्बल व्यापारी से लूट उसने अपने साथी अमर निवासी चांदपुर पेरु थान शहर कोतवाली के साथ की थी।
घटना की साजिश में जियाज पुत्र टेनी, रघुवीर पुत्र कद्दू, अनस पुत्र मुल्ला और वरुण पुत्र ब्रजपाल निवासीगण ग्राम चांदपुर फेरू थाना कोतवाली शहर भी शामिल रहे हैं। उनकी तलाश की जा रही है। एएसपी सिटी संजीव बाजपेयी ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। गौतम शातिर अपराधी है।
आरोपित गौतम ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ मंडावर रोड बिजनौर स्थित जीडी मार्बल्स दुकान पर ट्रक से टाईल्स पत्थर उतारने के लिये मजदूरी करने के लिये आता रहता था। उसने देखा कि दुकान के मालिक शौर्य के यहाँ पर टाइल्स पत्थर की बिक्री का काफी पैसा शाम तक इकट्ठा हो जाता था। वह प्रतिदिन शाम को दुकान बंद रके बैग में पैसे रखकर अपनी गाड़ी से अकेला घर जाता था। जिसकी जानकारी वरुण को रहती थी। वरूण से जानकारी लेकर जियाज, रघुवीर, अनस, वरुण और अमर को दी। 17 अगस्त को गौतम और अमर सिंह ने धक्का देकर बैग छीनकर फरार हो गए। बैग में करीब दो लाख के लगभग रुपये थे।