अमानगढ़ से जुड़ेगी कौड़िया वन रेंज, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, पांच अन्य वन रेंज में भी हैं वन्यजीव
अमानगढ़ में पर्यटन को और विस्तार दिया जाएगा। विस्तार देने के लिए अमानगढ़ से कौड़िया और रेंज को भी जोड़ा जाएगा। इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने पर विचार किया जा रहा है। सर्वे के बाद होगा निर्णय पांच अन्य वन रेंज में भी हैं वन्यजीव।
बिजनौर, अजीत चौधरी। अमानगढ़ में पर्यटन को और विस्तार दिया जाएगा। विस्तार देने के लिए अमानगढ़ से कौड़िया और रेंज को भी जोड़ा जाएगा। इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने पर विचार किया जा रहा है। दो और रेंज के पर्यटन से जुड़ने से पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा। यानि एक पूरा दिन पर्यटन के नाम किया जा सकता है।
शुरू हुआ अमानगढ़ में पर्यटन
सालों के प्रयास के बाद आखिरकार मंगलवार को अमानगढ़ में पर्यटन का श्रीगणेश हो गया। अमानगढ़ में प्रकृति और वन्यजीवों की दुनिया से अब जनता दर्शन करने लगी है। बुधवार को मुरादाबाद से आए 21 पर्यटकों ने तीन टैक्सी के साथ अमानगढ़ में सैर की। उम्मीद है कि पर्यटकों की संख्या धीरे धीरे बढ़ती रहेगी। अमानगढ़ में सुविधा और पर्यटन लगातार बढ़ता रहेगा। अमानगढ़ में पर्यटन शुरू हो गया लेकिन ये पर्यटकों के लिए अकेला स्थान नहीं है। जिले में वन क्षेत्र की कोई कमी नहीं है। अमानगढ़ के अलावा साहनपुर, राजगढ़, कौड़िया, बढ़ापुर और साहूवाला वन रेंज भी हैं। इन रेंज में भी वन्यजीवों की कमी नहीं है। अमानगढ़ के साथ इनमे से कौड़िया व साहूवाला वन रेंज को पर्यटन से जोड़ने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि ये अमानगढ़ से 50 से 90 किलोमीटर दूर हैं। अमानगढ़ न जाकर पर्यटक सीधे यहां भी जा सकते हैं। इससे पर्यटन के दो स्थल की संख्या और बढ़ जाएगी।
अमानगढ़ में ही हैं बाघ
सभी वन रेंज में वन्यजीवों की भरमार है लेकिन बाघ अकेले अमानगढ़ वन रेंज में ही हैं। काफी पर्यटक बाघ वाले क्षेत्रों में नहीं जाना चाहते हैं। ऐसे में उनके लिए ये पांच वन क्षेत्र पहली पसंद हो सकते हैं। इन वन रेंज में हाथी, गुलदार आदि हैं।
सर्वे के बाद होगा निर्णय
अमानगढ़ से दो और रेंज को जोड़ने की मांग आ रही है। शासन के निर्देश पर इस संबंध में सर्वे किया जाएगा। पर्यटन का दायरा बढ़ेगा तो मनोरंजन और लोगों की आय के साधन भी बढ़ेंगे।
- डा.अनिल पटेल, डीएफओ
वन रेंज----हेक्टेयर
साहनपुर---8100राजगढ़----5600कौडिया---6800बढ़ापुर---6700साहूवाला--5700
नोट:वन रेंज के आंकड़े हेक्टेयर में हैं।
बिजनौर सामाजिक प्रभाग में वन्यजीव
वन्यजीव---नर---मादा----शावक---योग
गुलदार----43---38-----24------105
वनरोज---409---574---251------1234
सांभर----116---120----59------295
चीतल---651---668---316------1635
बारासिंघा--24----23---16--------63
लोमड़ी--190----28---07--------225
नोट:आंकड़े वन विभाग से लिए गए हैं।