उत्तराखंड की बसों में यात्रियों की जेब हो रही ढीली
बिजनौर जेएनएन। उत्तराखंड की रोडवेज बसों में सीमित यात्रियों को ही सफर कराने के एवज में यात्रियों से अधिक किराया वसूल किया जा रहा है जबकि बस में कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए नियमों को ताक पर रखकर मानक से अधिक यात्रियों को सवार किया जा रहा है। उत्तराखंड की रोडवेज बसों के इस फेर में नजीबाबाद से रोडवेज बस में सफर करने वालों को 30 रुपये अतिरिक्त वहन करने पड़ रहे हैं।
By JagranEdited By: Updated: Sat, 12 Sep 2020 05:02 AM (IST)
उत्तराखंड की बसों में यात्रियों की जेब हो रही ढीली
बिजनौर, जेएनएन। उत्तराखंड की रोडवेज बसों में सीमित यात्रियों को ही सफर कराने के एवज में यात्रियों से अधिक किराया वसूल किया जा रहा है, जबकि बस में कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए नियमों को ताक पर रखकर मानक से अधिक यात्रियों को सवार किया जा रहा है। उत्तराखंड की रोडवेज बसों के इस फेर में नजीबाबाद से रोडवेज बस में सफर करने वालों को 30 रुपये अतिरिक्त वहन करने पड़ रहे हैं। नजीबाबाद से हरिद्वार जाने वाले यात्रियों को यूपी रोडवेज की बस से उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड सीमा तक छोड़ा जा रहा है। इसका किराया 26 प्रति यात्री वसूल किया जा रहा है। कोटावाली नदी का पुल पैदल पार करते हुए यात्री उत्तराखंड सीमा में प्रवेश करते हैं। यहां से उत्तराखंड डिपो की रोडवेज बस से आगे की यात्रा शुरू करते हैं। उत्तराखंड डिपो की बस में चिड़ियापुर से हरिद्वार तक का किराया प्रति यात्री 75 रुपये वसूल किया जा रहा है। इस लिहाज से नजीबाबाद से हरिद्वार तक प्रति यात्री 101 रुपये में पहुंच रहा है, जबकि जबकि नजीबाबाद से हरिद्वार तक का किराया यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम की बस में 71 रुपये हैं। वहीं, नजीबाबाद से हरिद्वार के लिए चलने वाली प्राइवेट मैक्स में पास एवं चेकिग के नाम पर प्रति यात्री से ढाई से तीन गुना किराया वसूल किया जा रहा है। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के लिए जारी मानकों की भी अनदेखी की जा रही है। प्रशासन इस पर अंकुश नहीं लगा सका है।
इनका कहना है..
हालांकि अभी नजीबाबाद से हरिद्वार के लिए रोडवेज बसें नहीं चल रही हैं, लेकिन नजीबाबाद डिपो की बस में हरिद्वार तक का किराया 71 रुपये है। उत्तराखंड ने किसी नीति के तहत कम किलोमीटर पर किराया बढ़ाया है, इसकी जानकारी नहीं है। - डोजीलाल, फोरमैन रोडवेज डिपो नजीबाबाद।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।