वाह री पुलिस! निर्दोष का बना दिया हत्यारा
पुलिस कब निर्दोष को दोषी बना दे और कब दोषी को क्लीन चिट दे दे कह पाना मुश्किल है। ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है नूरपुर पुलिस ने। गांव बाखराबाद खटाई में साधु हत्याकांड में पहले निर्दोष को जेल भेजकर घटना का राजफाश कर अपनी पीठ थपथपा ली।
बिजनौर, जेएनएन। पुलिस कब निर्दोष को दोषी बना दे और कब दोषी को क्लीन चिट दे दे, कह पाना मुश्किल है। ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है नूरपुर पुलिस ने। गांव बाखराबाद खटाई में साधु हत्याकांड में पहले निर्दोष को जेल भेजकर घटना का राजफाश कर अपनी पीठ थपथपा ली। परिजन आगे आए तो जांच बैठी और अब असली हत्यारोपित को गिरफ्तार कर एक बार फिर राजफाश कर डाला। हत्या का कारण मठ से जुड़ा विवाद बताया जा रहा है। अब भले ही पुलिस पहले जेल भेजे गए व्यक्ति की रिहाई के लिए रिपोर्ट भेज रही हो लेकिन, बिना जुर्म के जेल में बिताए दिन पुलिस कहां से वापस लाकर देगी?
नूरपुर थाना क्षेत्र के गांव खटाई स्थित पीताम्बर दास आश्रम में 19 जून की रात साधु सतपाल सिंह उर्फ महंत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बाबा एक माह पहले ही मंडावली क्षेत्र के प्रेमपुरी मंदिर से आश्रम में आए थे। आश्रम परिसर में ही अंतिम संस्कार किया गया था। मृतक मूल रूप से नहटौर थाना क्षेत्र के गांव करीमपुर के निवासी थे। बीती 22 जून को एसपी संजीव त्यागी ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए बताया था कि गांव कबीरनगर नूरपुर निवासी तेजपाल ने अपने साथी विजय नंगला निवासी मोनू के साथ मिलकर हत्या की है। झाड़-फूंक के विवाद में हत्या होना बताया था। प्रेस वार्ता में आरोपित ने खुद को निर्दोष बताया था। कोर्ट में पेश करने के बाद तेजपाल को जेल भेज दिया गया था।