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UP News: ताइवान की मशीनों से चमकेगी नगीना की काष्ठकला; अब और निखरेगा नक्काशी का बाजार

Bijnor News In Hindi नगीना के काष्ठकला उद्योग को वैश्विक स्तर पर और निखारने के लिए ताइवान की अत्याधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा। इन मशीनों से बने उत्पाद चीन के लकड़ी के सामानों को कड़ी टक्कर देंगे। नगीना में बन रहे कॉमन फेसिलिटी सेंटर में ताइवान की मशीनें आ चुकी हैं। रूस से नगीना की इस कला को नया बाजार मिला है।

By Ajeet Chaudhary Edited By: Abhishek Saxena Updated: Mon, 02 Sep 2024 03:27 PM (IST)
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ताइवान से नगीना पहुंची काष्टकला की मशीनें।
जागरण संवाददाता, बिजनौर। विदेशों में भी प्रसिद्ध नगीना के काष्ठकला कारोबार को विदेशों में और निखारने के लिए ताइवान की तकनीक का सहारा लिया जाएगा। ताइवान की मशीनों से तैयार माल विदेशों में चाइना के लकड़ी के आइटम को टक्कर देगा। नगीना में बनाए जा रहे कॉमन फेसिलिटी सेंटर में ताइवान की मशीनें पहुंच गई हैं।

नगीना की काष्ठकला की खाड़ी देशों के साथ ही यूरोप में भी भी पहचान रखते हैं। हाल ही रूस भी नगीना के काष्ठकला आइटम का नया बाजार बना है। नगीना के लकड़ी के आइटम पर होने वाली नक्काशी हर किसी का मन मोह लेती है।

प्रदेश सरकार दे रही है बढ़ावा

प्रदेश सरकार द्वारा भी काष्ठकला को बढ़ावा देने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। नगीना की काष्ठकला को एक जिला एक उत्पाद योजना में शामिल किया गया है। अच्छा काम होने के बाद भी नगीना की काष्ठकला कहीं न कहीं नक्काशी आदि में चाइना के माल से विदेशों में पिछड़ रही है। इसका कारण है कि नगीना में आज भी परंपरागत रूप से आइटम बनाए जा रहे हैं जबकि चाइना में काष्ठकला के आइटम बनाने के लिए अत्याधुनिक मशीनों का प्रयोग होता है।

चार कॉमन फेसिलिटी सेंटर स्वीकृत

नगीना की काष्ठकला को चमकाने के लिए जिले में चार कामन फेसिलिटी सेंटर स्वीकृत हुए हैं। इनमें से नगीना स्थित देवदार एसोसिएट द्वारा कामन फेसिलिटी का निर्माण कार्य बहुत तेजी से चल रहा है। काष्ठकला के आइटम को बढ़ाने के लिए पहले चाइना से ही मशीन बनाने की योजना थी लेकिन अब चाइना के बजाए ताइवान से मशीन मंगवाई गई हैं। ताइवान भी अत्याधुनिक तकनीक के प्रयोग के लिए जाना जाता है।

ऐसे होता है काम

मशीनों में कंप्यूटर के माध्यम से एक डिजाइन डाला जाता है। मशीन दिए गए साइज के आधार पर उसी तरह का आइटम हूबहू तैयार कर देती है। इस मशीन से आइटम से अलग बनने वाली लकड़ी को भी प्रयोग किया जा सकता है। साथ ही जिन लकड़ियों को सूखाने में महीनों का समय लगता है उन्हें कुछ ही समय में सूखाया जा सकता है। इन सबका काष्ठकला कारोबियों से एक निर्धारित शुल्क लिया जाएगा।

नगीना में निर्माणाधीन कामन फेसिलिटी सेंटर के लिए ताइवान से मशीनें आ गई हैं। जल्दी ही मशीनों को लगाकर कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इससे कम समय में काष्ठकला के अधिक व अच्छे आइटम बनाए जा सकते हैं। अमित कुमार, उपायुक्त उद्योग

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