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Kiranpal Singh Death: मुलायम सरकार के पूर्व मंत्री किरणपाल सिंह का निधन, सीएम योगी ने जताया शोक

सपा के पूर्व मंत्री और रालोद के राष्ट्रीय सचिव किरणपाल सिंह का मेरठ में बीमारी के कारण निधन हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया। किरणपाल सिंह 1980 में अगौता विधानसभा सीट से विधायक बने थे और पांच बार विधायक रहे। वह मुलायम सिंह यादव की सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री भी रहे थे। उनके निधन पर जिले में शोक छाया हुआ है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Mon, 21 Oct 2024 05:49 PM (IST)
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सपा के पूर्व मंत्री किरणपाल सिंह। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे सपा के पूर्व मंत्री किरणपाल सिंह का सोमवार को बीमारी के चलते मेरठ के अस्पताल में निधन हो गया। इससे जिले में शोक छा गया। किरणपाल सिंह फिलहाल रालोद में राष्ट्रीय सचिव थे। दिसंबर 2021 में वह रालोद में शामिल हो गए थे। इससे पहले वह 2020 में भाजपा में शामिल हुए थे।

सीएम ने परिजनों के प्रति व्यक्त की संवेदनाएं 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मंत्री किरणपाल सिंह के निधन पर शोक जताया है। सीएम योगी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

 

1980 में पहली बार विधायक बने थे किरणपाल

जिले के गांव धमेड़ा किरत निवासी 74 वर्षीय किरणपाल सिंह जिले की राजनीति में काफी दखल रखते थे। लोकनायक जयप्रकाश नारायण के अनुयायी व पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के शिष्य रहे किरणपाल सिंह अगौता विधानसभा सीट से 1980 में पहली बार विधायक बने थे। 

अगौता विधानसभा से पांच बार विधायक रहे किरणपाल सिंह जाट बिरादरी में काफी मजबूत पकड़ रखते थे। मुलायम सिंह यादव की 2003 से 2007 की प्रदेश सरकार में किरणपाल सिंह बेसिक शिक्षा मंत्री रहे थे। इस दौरान उनका पश्चिम उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी दबदबा था। 2011 में किरणपाल सिंह सपा से रालोद में शामिल हो गए थे। 

हालांकि, वह 2016 में रालोद से वापस सपा में चले गए थे। सपा में चार साल रहने के बाद वह 2020 में भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा उनको रास नहीं आई और फिर 2021 में भाजपा छोड़कर किरणपाल सिंह फिर रालाेद में शामिल हो गए थे। 

2022 में शिकारपुर विधानसभा रालोद के टिकट पर लड़े थे, जिसमें भाजपा के पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने उन्हें हरा दिया था। फिलहाल किरण पाल सिंह रालोद में राष्ट्रीय सचिव थे।

आवास पर जमा होने लगी समर्थकों की भीड़

किरणपाल सिंह की दो पुत्री हैं। इसमें बड़ी वासु चौधरी मुरादाबाद में अपर जिला जज व शुभम चौधरी दिल्ली में चिकित्सक हैं। पत्नी विमला चौधरी गृहणी हैं। किरणपाल काफी समय से बीमार चल रहे थे। सोमवार को मेरठ के अस्पताल में उनके निधन होने सूचना जैसे ही जिले में पहुंची, तो परिजनों व समर्थकों में शोक छा गया है। डीएम रोड स्थित आवास पर समर्थकों की भीड़ जमा होने लगी है।

कविता चौधरी हत्या प्रकरण में आया था नाम

2006 में मेरठ में हुए कविता चौधरी हत्याकांड ने प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया था। इस प्रकरण में पूर्व मंत्री बाबूलाल को इस्तीफा देना पड़ा था। इस हत्याकांड में पूर्व मंत्री किरणपाल सिंह का नाम आया था। 

इस प्रकरण में किरणपाल सिंह ने खुद को निर्दोष बताया था। हालांकि, बाद में कविता हत्याकांड की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी। सीबीआई ने उनसे पूछताछ की थी। हालांकि बाद में सीबीआई जांच में पूर्व मंत्री को क्लीन चिट मिल गई थी।

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