पैसा कमाने की चाहत में अपराधी बन गए सगे भाई, निशाने पर रहती थी महिलाएं, पकड़ा गया ताे खुला रहस्य
उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक ऐसे अपराधी को गिरफ्तार किया है जो अपने सगे भाई के साथ अपराध जगत में उतर चुका था। पुलिस के अनुसार आरोपी और उसका भाई महिलाओं को झांसे में लेकर उनके ठगी करता था। पुलिस ने बदमाश की निशानदेही पर दो ग्रामीण महिलाओं से ठगी किए गए कानों के कुंडल व हजारों की नगदी भी बरामद की है।
संवाद सूत्र, स्याना/बुलंदशहर। कोतवाली पुलिस व स्वाट टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए महिलाओं को जालसाजी में फंसाकर ठगी करने वाले एक बदमाश को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, पकड़ा गया बदमाश अपने सगे भाई के साथ महिलाओं के साथ ठगी की घटना को अंजाम देता था। वहीं, पुलिस ने बदमाश की निशानदेही पर दो ग्रामीण महिलाओं से ठगी किए गए कानों के कुंडल व हजारों की नगदी भी बरामद की है।
यह है पूरा मामला
कोतवाली प्रभारी शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि एक जुलाई 2024 को ग्राम नयाबांस निवासी मनीषा को जालसाजी में फंसा कर दो बदमाश दस हजार रुपए की नगदी ठग कर ले गए थे। वहीं, नौ जुलाई 2024 को ग्राम भैंसोडा निवासी धर्मवती से कानों के कुंडल ठग लिए थे। उसी दौरान से पुलिस दोनों बदमाशों की तलाश में जुटी थी।कोतवाल ने बताया कि मंगलवार की रात पुलिस व स्वाट टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई कर जिला अलीगढ़ निवासी इम्तियाज पुत्र नासिर को गढ़ चौपला से गिरफ्तार किया है। उक्त बदमाश अपने छोटे भाई फिरोज के साथ मिलकर महिलाओं को जालसाजी में फंसा कर आभूषण व पैसों की ठगी करते थे। दोनों भाई शातिर किस्म के अपराधी हैं।
वहीं, गिरफ्तार बदमाश पर पूर्व में भी अन्य थानों में आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। हाल फिलहाल दोनों भाई जिला मुरादाबाद के थाना मंझोला क्षेत्र में किराए के मकान पर रहते हैं।
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए बदमाश की निशानदेही पर महिलाओं से ठगी किए गए कानों के कुंडल व दो हजार पांच सौ रुपए की नगदी भी बरामद की है, जबकि फरार बदमाश की तलाश में पुलिस टीम बनाकर भेजी गई है।यह भी पढ़ें: न आया OTP न कोई मैसेज, व्यापारी के खाते से गायब हो गए 17 लाख 70 हजार रुपए; साइबर ठगी का हैरान करने वाला मामला
यह भी पढ़ें: मां ने कहा काम पर जाओ तो बेटे ने कर डाला कुकृत्य, अपराधी की बात सुन लोग बोले– कलयुग आ चुका है!
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।