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Anukriti Sharma: कॉलेज में दोस्ती फिर प्यार, US में PhD से पहले की शादी; ससुराल से तय क‍िया IPS बनने का सफर

अनुकत‍ि शर्मा 2020 बैच की आईपीएस अफसर हैं। साल 2018 में चौथे अटेंप्ट में अनुकृति की 355वीं रैंक आई और इंडियन रेवेन्यू सर्विस (IRS) में सिलेक्शन हो गया। लेकिन मकसद ग्राउंड लेवल पर सेवा करने का था। इसलिए सिलेक्शन होने के बाद भी नौकरी ज्वॉइन नहीं की। साल 2020 में यूपीएससी में 5वीं बार अटेम्प्ट किया और अनुकृति आईपीएस बनीं।

By Vinay SaxenaEdited By: Vinay SaxenaUpdated: Tue, 11 Jul 2023 07:24 PM (IST)
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अनुकत‍ि शर्मा 2020 बैच की आईपीएस अफसर हैं।

बुलंदशहर, ऑनलाइन डेस्‍क। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बीतों दिनों एक बुजुर्ग मुस्लिम के घर बिजली का कनेक्‍शन पहुंचाकर सुर्खियों में आईं आईपीएस अनुकृति शर्मा की जिंदगी 'कॉलेज के प्‍यार' की मदद से रोशन हुई। जागरण से बातचीत में आईपीएस अनुकृति शर्मा ने अपने परिवार, लव स्‍टोरी व यूपीएससी में पांच बार के प्रयास के बाद बुलंदियां छू लेने की पूरी कहानी शेयर की।

कौन है अनुकृति शर्मा ?  

अनुकत‍ि शर्मा 2020 बैच की आईपीएस अफसर हैं। अनुकृति का जन्म राजस्थान के अजमेर में 14 अक्टूबर 1987 को हुआ। इनके पिता 20 सूत्रीय विभाग के डायरेक्टर और मां टीचर थीं। दोनों ही सरकारी नौकरी में रहे। अनुकृति ने जयपुर के इंडो भारत इंटरनेशनल स्कूल से 12वीं पास की। इसके बाद उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च कोलकाता से बीएसएमएस किया। फिर यूजीसी नेट क्वालीफाई किया।

कॉलेज में हुई दोस्ती, अमेरिका जाने के लिए जल्दबाजी में की शादी

पढ़ाई के दौरान ही अनुकृति की मुलाकात बनारस के रहने वाले वैभव मिश्रा से हुई। दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। साल 2012 में अमेरिका के ह्यूस्टन शहर की राईस यूनिवर्सिटी में दोनों का पीएचडी के लिए सिलेक्शन हो गया। उन्होंने परिवार से साथ में अमेरिका जाने की बात कही। लेकिन, परिवार ने इनकार कर दिया। परिवार ने शादी के बाद साथ जाने की इजाजत दी। ऐसे में साल 2013 में जल्दबाजी में दोनों शादी के बंधन में बंध गए।

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अनुकृति बताती हैं, अमेरिका में पीएचडी के दौरान नौकरी भी लग गई। हमें नासा के साथ वोल्केनो पर रिसर्च करना था। दोनों पति-पत्नी की सैलरी 2 लाख रुपए प्रति माह से ज्यादा थी। लेकिन, मन देश की तरफ मुड़ गया। हमने वापस लौटने का फैसला किया। साल 2014 में नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NET) जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) की परीक्षा में अनुकृति ने 23वीं तो पति वैभव मिश्रा ने पहली रैंक हासिल की। इसके बाद बनारस में अपनी ससुराल में रहकर अनुकृति ने अपने पति वैभव के साथ सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी।

पति-पत्नी एक दूसरे के बने टीचर, की IPS की तैयारी

पति अपनी पत्नी के टीचर बनकर तो कभी पत्नी अपने पति की टीचर बनीं। साल 2015 में अनुकृति और उनके पति वैभव ने पहली बार परीक्षा दी। लेकिन, प्रीलिम्स क्लियर हुआ, मेन्स रह गया। दूसरे अटेंप्ट में प्रीलिम्स भी नहीं निकला। अनुकृति ने बताया, पति वैभव ने मेरी टूटती हिम्मत बांधी। तीसरे अटेंप्ट में बात इंटरव्यू तक पहुंची। लेकिन, सिलेक्शन नहीं हुआ।

पांचवें अटेंप्ट में IPS बनीं अनुकृत‍ि शर्मा

साल 2018 में चौथे अटेंप्ट में अनुकृति की 355वीं रैंक आई और इंडियन रेवेन्यू सर्विस (IRS) में सिलेक्शन हो गया। लेकिन, मकसद ग्राउंड लेवल पर सेवा करने का था। इसलिए सिलेक्शन होने के बाद भी नौकरी ज्वॉइन नहीं की। साल 2020 में यूपीएससी में 5वीं बार अटेम्प्ट किया और अनुकृति आईपीएस बनीं। इसके बाद लखनऊ में प्रशिक्षु आईपीएस रहीं। आईपीएस अनुकृत‍ि शर्मा वर्तमान में बुलंदशहर में सहायक पुल‍िस अधीक्षक के पद पर तैनात हैं।

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हर कदम पर साथ खड़े रहे पत‍ि वैभव

खास बात यह है कि पति वैभव ने भी साथ ही साथ ट्राई किया। हालांक‍ि, उनका स‍िलेक्‍शन नहीं हो सका, लेक‍िन उन्‍होंने अपनी पत्नी का साहस बांधे रखा। वहीं, अब आईपीएस के पति वैभव दिल्ली की एक कोच‍िंग में स्टूडेंट्स को गाइड कर रहे हैं।