Pulses Rate Hike: चिकन से भी महंगी हुई अरहर की दाल, गर्मी में महंगाई की मार से बेहाल हुए लोग, ये है आज का भाव
Arhar Dal Price Hike News In Hindi महंगाई की मार अरहर की दाल दौ सौ रुपये के पार। अरहर की दाल रिटेल में 220 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहे है। दालों पर महंगाई का आलम ये है कि बाजार में चिकन 200 से 210 रुपये प्रति किलोग्राम और अरहर 220 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रही है।
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। गर्मी में अरहर समेत सभी दालें महंगाई का उबाल मार रही हैं। पिछले बीस दिन से दाल के भाव लगातार चढ़ रहे हैं। मई माह में रिटेल में 180 रुपये किलोग्राम तक बिक रही अरहर की दाल 220 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही है। इतना ही नहीं उड़द और चना दाल में भी तेजी आ रही है। चना दाल पर दस रुपये से भी अधिक की तेजी आई है।
व्यापारी मोहित अरोरा का कहना है कि गर्मियों में सब्जी की उपलब्धता कम होने के कारण लोग दाल का उपयोग ज्यादा करते हैं। महंगी सब्जियों के विकल्प में लोग दाल का ही प्रयोग अधिक करते हैं। इस वजह से बीते महीने दालों की मांग में इजाफा हुआ है। दालों के उत्पादन में कमी की वजह से बढ़ी हुई मांग ने इनको महंगा कर दिया।
सहालग नहीं फिर भी महंगी दाल
दाल मंडी के व्यापारियों का कहना है कि यह स्थिति तब है, जबकि मई और जून में गर्मियों का सहालग नहीं है। वर्तमान में सर्वाधिक मांग अरहर एवं चना दाल की है। इसलिए इन दोनों में महंगाई की स्थिति है। सभी दालों के साथ सरसों के तेल के भाव में भी 15 रुपये प्रति लीटर की तेजी है। रिफाइंड भी महंगा हुआ है। इस बार आपूर्ति की कमी से दालों पर महंगाई है। मांग की तुलना में आपूर्ति कम है। बीते दो-तीन सालों में कम पैदावार होने से पुराने स्टाक खत्म हो चुके हैं।पिछले बीस साल में बढ़ी मांग
खैरपुर निवासी चौधरी निरंकार सिंह का कहना है कि अरहर की मांग पिछले बीस सालों बढ़ी है और उत्पादन कम हुआ है। किसानों ने इसकी बुवाई कम कर दी है। मूंग और उड़द की खेती की रक्षा के लिए ही खेतों की मेड पर अरहर की बुवाई की जाती थी। इससे जानवरों का भी पेट भर जाता था और फसल नष्ट नहीं होती थी। अरहर की फसल में अन्य दालों की अपेक्षा ज्यादा समय लगता था।
जब दाल के भाव में चिकन मिल रहा है तो दाल क्यों खाएं। इसलिए अब हर तीसरे दिन चिकन ही पकाया जा रहा है। वैसे भी अरहर दाल की तासीर गर्म होने की वजह से गर्मी के समय इस दाल का प्रयोग कम करना चाहिए। चिकन 200 से 220 रुपये प्रति किलोग्राम है। - वसीम
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उड़द से लेकर अरहर की ताल, रिफाइंड और सरसों का तेल सब कुछ महंगा है। दालों पर पिछले एक माह से ज्यादा महंगाई आई है। पहले इस मौसम में हरी सब्जी मंहगी होने के कारण दाल से काम चलता था, लेकिन अब दाल इतनी महंगी है कि हरी सब्जी ही सस्ती पड़ती है। - हिमानी पंडित, निवासी साठाये भी पढ़ेंः Rampur: और नायब तहसीलदार को जान बचाकर भागना पड़ा...खनन के डंपर से हादसे के बाद गुस्साए लोगों को समझाना पड़ा भारी
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