Move to Jagran APP

VIDEO: बुलंदशहर में गोकशी के विरोध में हिंसा, भीड़ से झड़प में इंस्पेक्टर सहित दो की मौत

बुलंदशहर में गोकशी के खिलाफ लोगों का गुस्सा इतना चरम पर आ गया कि इन लोगों ने कानून हाथ में ले लिया। भीड़ के हमले में इंस्पेक्टर की मौत हो गई, वहीं एक युवक की भी जान चली गई।

By Ashu SinghEdited By: Updated: Tue, 04 Dec 2018 06:52 AM (IST)
VIDEO: बुलंदशहर में गोकशी के विरोध में हिंसा, भीड़ से झड़प में इंस्पेक्टर सहित दो की मौत
बुलंदशहर, जेएनएन। प्रदेश सरकार के गोकशी के खिलाफ सख्ती के बाद भी गौ तस्कर सक्रिय हैं। बुलंदशहर में भी आज गोकशी के खिलाफ लोगों का गुस्सा इतना चरम पर आ गया कि इन लोगों ने कानून हाथ में ले लिया। इसके बाद पुलिस चौकी को फूंकने के साथ पुलिस पर भी हमला किया गया। इसमें एक इंस्पेक्टर ने जान गंवा दी जबकि दारोगा के साथ आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हैं। पथराव में गंभीर रूप से घायल युवक सुमित ने भी दम तोड़ दिया। एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार और आइज रामकुमार भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।

गोकशी के अवशेष मिलने पर भड़के
बुलंदशहर में स्याना कोतवाली क्षेत्र के महाव गांव में गन्ने के खेत में बड़े पैमाने पर गोकशी के अवशेष मिलने पर ग्रामीणों के साथ हिंदू संगठनों का आक्रोश फूट गया। यहां घटनास्थल पर पहुंची गुस्साई भीड़ ने अवशेषों को ट्रैक्टर ट्रॉली में भरा और इसके बाद स्याना बुलंदशहर हाईवे स्थित चिंगरावठी पुसिल चौकी के निकट हाईवे पर जाम लगा दिया। यह लोग आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। पुलिस ने जाम खुलवाने का प्रयास किया तो आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। भीड़ ने पुलिस चौकी में घुसकर तोडफ़ोड़ की और चौकी का सामान बाहर निकाल कर आग के हवाले कर दिया।

पुलिस ने की हवाई फायरिंग
गुस्साई भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने इसके बाद हवा में फायरिंग की, जिससे आक्रोशित भीड़ ने स्याना कोतवाल इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह पर हमला बोल दिया। इसमें उनकी मौत हो गई। लाठीचार्ज से गुस्साई भीड़ ने चौकी के बाहर खड़े दर्जनों वाहनों में आग लगा दी।

पथराव में एक युवक सुमित पुत्र अमरजीत निवासी चिंगरावठी भी घायल हो गया जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। यहां उसने दम तोड़ दिया।



बवाल में मारे गए इंस्पेक्टर स्याना सुबोध कुमार सिंह। 
इज्तिमा से लौट रहे लोगों को रोका
बिगड़ते हालात को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने इज्तिमा में शामिल होकर लौट रहे लोगों के वाहनों को रास्ते में रुकवा दिया, ताकि सांप्रदायिक बवाल न हो सके। 

बवाल में घायल सब इंस्पेक्टर। 
वहां पर भीड़ का रौद्र रूप देख मौके पर सिर्फ आधा दर्जन पुलिसकर्मी ही मौजूद थे। यह लोग भी बाहर से फोर्स आने का इंतजार कर रहे थे और भीड़ गन्ने के खेतों में छिपी हुई थी।

बुलंदशहर में गोकशी के विरोध में हुए बवाल में मारे गए कोतवाल सुबोध कुमार सिंह पुत्र राम प्रताप सिंह निवासी ग्राम परगंवा, थाना जैथरा जनपद एटा के रहने वाले थे। इनके दोनों पुत्र नोएडा में पढ़ते हैं। इनकी पत्नी साथ में रहती थीं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।