Move to Jagran APP

Bulandshahr Cylinder Blast: बुलंदशहर स‍िलेंडर ब्‍लास्‍ट में मरने वालों की संख्‍या हुई छह, 10 घायल

Bulandshahr Cylinder Blast यूपी के बुलंदशहर में सोमवार को घर में मरीज को लगाते समय ऑक्सीजन गैस सिलेंडर फटने से दो मंजिला मकान गिर गया। हादसे में दंपती दो बेटे एक पुत्र व एक नातिन की मौत हो गई 10 लोग घायल हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया।

By Jagran News Edited By: Vinay Saxena Updated: Tue, 22 Oct 2024 07:38 AM (IST)
Hero Image
सिकंदराबाद गुलावठी रोड पर आशापुरी कालोनी में पहुंची एनडीआरएफ की टीम।- जागरण

जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। घर में मरीज को लगाते समय ऑक्सीजन गैस सिलेंडर फटने से दो मंजिला मकान गिर गया। हादसे में दंपती, दो बेटे, एक पुत्र व एक नातिन की मौत हो गई, 10 लोग घायल हो गए। घायलों को निजी और सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बचाव दल ने मलबे में दबे लोगों का काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। देर रात तक बचाव कार्य जारी रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है।

पुलिस के मुताबिक, सिकंदराबाद के रियाजुद्दीन उर्फ राजू की पत्नी 55 वर्षीय रुखसार सोमवार को अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर पहुंची थी। रुखसार को सांस लेने में दिक्कत होने पर आक्सीजन सिलिंडर घर लाए थे। सिलिंडर लगाते समय अचानक फट गया। तेज आवाज के साथ सिलेंडर फटा तो मकान गिर गया। मलबे में रियाजुद्दीन, रुखसार, बेटे शाहरुख, आस मोहम्मद, सोना व सलमान तथा मां को देखने आई बेटी तमन्ना भी दब गई। इसके साथ ही 10 बच्चे भी दब गए। हादसा होते ही चीख-पुकार मच गई।

पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। बचाव कार्य शुरू कराया। मलबे से निकाले गए घायलों को अस्पताल भिजवाया। विभिन्न अस्पतालों में चिकित्सकों ने 60 वर्षीय रियाजुद्दीन, 55 वर्षीय रुखसार, बेटा 26 वर्षीय आस मोहम्मद, 11 वर्षीय सलमान तथा बेटी 24 वर्षीय तमन्ना व तमन्ना की बेटी तीन वर्षीय हिवजा को मृत घोषित कर दिया। दस से अधिक लोग घायल हैं, जिनका उपचार चल रहा है।

डीएम चंद्रप्रकाश सिंह का कहना है कि मकान में ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से हादसा हुआ है। पूरा मकान गिर गया है। बचाव अभियान चल रहा है। पुलिस, मेडिकल, फायर ब्रिगेड, नगर पालिका के अधिकारी व कर्मचारी बचाव कार्य में लगे हैं। परिवार के 18 से 19 लोग इस मकान में रहते थे। 10 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा का कहना है कि ऑक्सीजन सिलेंडर को गैसोलीन, एरोसोल स्प्रे और बिजली के उपकरणों से दूर रखना चाहिए। जहां पर ऑक्सीजन सिलेंडर रखा हो वहां पर किसी प्रकार का ज्वलनशील पदार्थ नहीं होना चाहिए। कई बार सिलिंडर का नोजल खुलने या लूज होने के कारण भी हादसा हो जाता है।

प्रमोद शर्मा ने कहा कि सिकंदराबाद में हुए हादसे के बारे में अभी स्पष्ट तो कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि मरीज को सिलेंडर लगाते समय उसका नोजल खुल गया होगा और प्रेशर सीधा छत से टकराने से मकान गिर गया। मूल कारण तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।