Bulandshahr Cylinder Blast: ब्लास्ट के खूनी मंजर को देख बेहोश हुए रिश्तेदार, मोहल्ले के लोग भी सहम गए
सिकंदराबाद के आशापुरी मोहल्ले में आक्सीजन सिलेंडर विस्फोट से रियाजुद्दीन के मकान का लिंटर गिरने से 6 लोगों की मौत हो गई। मौके पर पहुंचे रिश्तेदारों और महिलाओं को गश आया और मोहल्ले में गम का माहौल हो गया। रियाजुद्दीन के परिवार में 5 बेटे 4 बहुएं और 16 पोते थे। हादसे में रियाजुद्दीन समेत 6 लोगों की मौत हुई।
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। सिकंदराबाद के आशापुरी मोहल्ले में आक्सीजन सिलेंडर में विस्फोट से रियाजुद्दीन का मकान का लिंटर गिरने से छह लोगों की मौत से मोहल्ले में गम छा गया। शवों व घायलों को देखकर मौके पर पहुंचे रिश्तेदार व महिलाएं गश खाकर गिर गए। मोहल्लों के लोगों की आंखों भी नम हो गई। रियाजुद्दीन के बेटे आस मोहम्मद की मौत होने पर नवीन हास्पिटल के बाहर बैठे ससुर पर गमों का पहाड़ टूट गया।
गुलावठी रोड पर स्थित आशापुरी माेहल्ले में रियाजुद्दीन अपने पांच बेटों व चार बहुओं व 16 पोतों के साथ रह रहे थे। रियाजुद्दीन की बेटी तमन्ना अपने दो बच्चों के साथ आई हुई थी। सिलेंडर फटने से हुए हादसे में रियाजुद्दीन समेत छह की मौत की सूचना पर पूरे नगर व आसपास के क्षेत्रों के लोग व रिश्तेदार मौके पर पहुंच गए।
शवों को देख बेहोश हुए रिश्तेदार
मलबे से निकले शवों व घायलों को देखकर रिश्तेदार व महिलाएं गश खाकर नीचे गिर गए। पड़ोस की महिलाएं उन्हें दिलासा दे रही थी। हादसा स्थल के आसपास जमा लोग रियाजुद्दीन के परिवार पर आई आफत को देखकर सहम गए।सिकंदराबाद रोड पर स्थित नवीन हास्पिटल में भर्ती घायल सिराजुद्दीन बेड पर लेटे हुए परिवार के सदस्यों की सलामती की दुआ कर रहा था, उसे यह नहीं पता था कि उसके पिता व भाई समेत छह की मौत हो चुकी है।
हास्पिटल के अंदर ही आसमोहम्मद शव होने की सूचना भी हास्पिटल का स्टाफ ने उसे नहीं दी। वहीं आसमोहम्मद के ससुर की आंखें नम थी, हास्पिटल के बाहर चारपाई पर बैठकर ससुर के चेहरे पर बेटी का सुहाग उजड़ने का गम साफ नजर आ रहा था।
आक्सीजन सिलेंडर में विस्फोट के मामले यदा-कदा ही सुनने और देखने को मिलते हैं। जब भी आक्सीजन सिलेंडर हादसे का कारण बनते हैं तो व्यक्ति द्वारा की गई लापरवाही ही उसका कारण बनती है। इसलिए आक्सीजन सिलेंडर घर या अस्पताल में लगाते समय पूरी सावधानी बरतनी चाहिए।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा का कहना है कि आक्सीजन सिलेंडर को गैसोलीन, एरोसोल स्प्रे और बिजली के उपकरणों से दूर रखना चाहिए। सबसे ज्यादा सावधानी ज्वलनशील पदार्थों से रखनी चाहिए। जहां पर आक्सीजन सिलेंडर रखा हो वहां पर किसी प्रकार का ज्वलनशील पदार्थ नहीं रखना चाहिए।मलतब आक्सीजन सिलेंडर और आग लगने वाली किसी भी चीज के बीच हमेशा सुरक्षित दूरी बनाए रखें। कई बार सिलेंडर का नोजल खुलने या लूज होने के कारण भी हादसा हो जाता है। इसलिए आक्सीजन सिलेंडर लाने-लेजाने के साथ ही घर या अस्पताल में रखते समय एलपीजी या सीएनजी सिलेंडर की तरह ही अलर्ट होकर सावधानी बरतनी चाहिए।
कई बार खराब गुणवत्ता वाले आक्सीजन का इस्तेमाल करने पर भी हादसा हो जाता है। सीएमओ डा. विनय कुमार सिंह का कहना है कि आक्सीजन सिलेंडर का उपयोग करते समय पहला काम उसे चालू करना है। आक्सीजन सिलेंडर वाल्व को वामावर्त दिशा में कम से कम आधा मोड़ने के लिए सिलेंडर रिंच का उपयोग करें। नियमानुसार सावधानी भी बरतें।ये भी पढ़ें - Bulandshahr Cylinder Blast: बुलंदशहर सिलेंडर ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या हुई छह, 10 घायल
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