UP News: यूपी के किसानों के लिए खुशखबरी, बिजली पर ही नहीं रहेंगे निर्भर, 30 हजार किसानों को सोलर पंप देगी सरकार
UP News सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि मोटा अनाज वर्तमान की जरुरत है। मोटे अनाज में ज्वार बाजरा रागी सावां कंगनी चीना कोदो कुटकी और कुट्टू को मोटा अनाज की फसल कहा जाता है। ये फसलें आम तौर पर सीमांत और असिंचित भूमि पर उगाई जाती हैं इसलिए इनकी उपज स्थायी खेती और फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करती है।
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार किसान को समृद्ध बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। योजनाओं से लेकर पीएम सम्मान निधि से आर्थिक मदद दिया जा रहा है। बहुत सस्ती ब्याज दर से लोन भी मिल रहा है।
बिजली पर निर्भरता कम करने के लिए प्रदेश के किसानों के लिए 30 हजार नए सोलर पंप सब्सिडी पर दिए जाएंगे। इसके लिए वेबसाइट जल्द खोली जा रही है। वह यहां कृषि विज्ञान केंद्र पर आयोजित एक दिवसीस किसान मेला में किसानों को संबोधित कर रहे थे।
किसान मेला का किया शुभारंभ
रविवार को कार्यक्रम में पहुंचे कृषि मंत्री ने सबसे पहले कृषि विज्ञान केंद्र के नए भवन का लोकार्पण किया। इसके बाद भवन का निरीक्षण कर कृषि यंत्रों का अवलोकन किया। इसके बाद परिसर में रूद्राक्ष का पौधा रोपा और फिर फीता काटकर यहां आयोजित किसान मेला का शुभारंभ किया। मेला में लगी विभिन्न स्टाल का निरीक्षण करने के बाद सूर्य प्रताप शाही मंच पर पहुंची और किसानों से संवाद किया।ये भी पढ़ेंः Sas Bahu Fight: सहारनपुर में मोबाइल डाटा के पीछे सास बहू का अजब गजब झगड़ा पहुंचा थाने, पति के सामने रख दिया ये ऑफर
मोटा अनाज वर्ष
बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री ने मोटे अनाज को श्रीअन्न का नाम दिया है। सरकार ने वर्ष 2023 को मोटा अनाज वर्ष घोषित किया हुआ है। स्वास्थ्य के लिए मोटा अनाज का उत्पादन बहुत जरूरी है। कृषि विभाग किसानों का प्रेरित करने के साथ ही सहयोग भी कर रहा है। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार की खेती-किसान के लिए चल रही योजनाएं गिनाईं।ये भी पढ़ेंः Gwalior Greenfield Expressway: 60 मिनट में ग्वालियर का सफर, 2497.84 करोड़ रुपये खर्च, 15 गांवों की 117.83 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण
अटारी कानपुर निदेशक डा. शांतनु कुमार दुबे ने मेला में एफपीओ में द्वारा लगी स्टाल की प्रशंसा की और क्यूआर कोड से बाजार को बढ़ावा देने के आह्वान किया। सरदार वल्लभ भाई पटेल विवि मेरठ के कुलपति डा. केके सिंह और निदेशक प्रसार डा. पीके सिंह ने भी विचार रखे।
कृषि उपनिदेशक डा. रघुराज सिंह, जिला कृषि अधिकारी राहुल तेवतिया, जिला कृषि रक्षा अधिकारी प्रेमवीर सिंह, पीडी डीआरडीए वीके श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट सत्यप्रकाश, नवनीश, रविंद्र सिंह समेत कई अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
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