एंबुलेंस में गूंजी किलकारी, कर्मियों ने कराया प्रसव
एंबुलेंस ने एक बार फिर लेबर रूम की भूमिका बखूबी निभाई। हालत बिगड़ने पर अस्पताल जा रही गर्भवती का एंबुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव करा दिया।
बुलंदशहर, जेएनएन। एंबुलेंस ने एक बार फिर लेबर रूम की भूमिका बखूबी निभाई। अस्पताल जा रही गर्भवती को रास्ते में प्रसव पीड़ा होने पर स्टाफ ने प्रसव कराया। महिला ने बेटे को जन्म दिया। दोनों सुरक्षित बताए गए हैं।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बलराज सिंह ने बताया कि मंगलवार को सुबह अरनिया क्षेत्र के गांव ऊंचागांव निवासी सुनील कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के एंबुलेंस हेल्पलाइन नंबर पर अपनी पत्नी के प्रसव पीड़ा होने की सूचना दी। एंबुलेंस के साथ पहुंचे कर्मी गर्भवती महिला को खुर्जा के महिला अस्पताल ले जाने लगे। रास्ते में गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा तेज होने पर स्टाफ ने एंबुलेंस रोक दी, साथ ही आशा कार्यकर्ता की मदद से एंबुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराया।
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एंबुलेंस कर्मियों को
दिया जाता है प्रशिक्षण
एंबुलेंस के ईएमटी रवि कुमार ने बताया कि गर्भवती महिला को प्रसव के लिए एंबुलेंस से ही ले जाना चाहिए। एंबुलेंस कर्मचारी प्रसव कराने या अन्य इमरजेंसी के लिए प्रशिक्षित होते हैं। ऐसा कई बार हो चुका है कि अस्पताल जाते समय गर्भवती को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। उसके बाद एंबुलेंस में ही डिलीवरी करानी पड़ी। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए समय-समय पर कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाता है। वे सीधे वरिष्ठ चिकित्सकों के संपर्क में रहते हैं।
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24 घंटे उपलब्ध रहती है सेवा
जिला प्रोग्राम मैनेजर योगेंद्र कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित निश्शुल्क एंबुलेंस सेवाएं जच्चा-बच्चा दोनों के लिए सुरक्षित हैं। ये किसी भी अस्पताल या सरकारी अस्पताल जाने के लिए 24 घंटे लोगों के लिए उपलब्ध रहती हें।
नाबालिग को बहलाकर
ले गया युवक
संवाद सूत्र, डिबाई : घर पर मौजूद एक किशोरी को अन्य गांव का युवक बहलाकर कहीं ले गया। स्वजन ने किशोरी को काफी तलाश किया, लेकिन किशोरी का कहीं पता नहीं लग सका। किशोरी के भाई ने आरोपित युवक के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।