Medium Flood: अनूपशहर में घाट किनारे बने मंदिर बाढ़ के पानी में डूबे, मध्यम फ्लड की श्रेणी में पहुंचा गंगा जलस्तर
Medium Flood Situation In Anupshahr Update News अनूपशहर में गंगा का जल स्तर बढ़ने पर प्रशासन अलर्ट है। गंगा घाटों पर नाविकों के साथ गोताखोरों की तैनाती की है। अहतियात के तौर पर गंगा घाटों पर प्रशासन निगरानी कराने के साथ ही लोगों को गहरे जल में जाने से रोकने के लिए सचेत भी किया जा रहा है। बाढ़ चौकियां भी बनाई गई हैं।
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। Flood Alert: पहाड़ी और मैदानी क्षेत्र में बरसात होने से पिछले दो दिन से जल स्तर में निरंतर बढ़ोतरी जारी है। नरौरा के चौधरी चरण सिंह बैराज पर सोमवार सुबह गंगा की अपस्ट्रीम में 168904 क्यूसेक पानी की उपलब्धता के साथ गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई।
गंगा की डाउनस्ट्रीम में 154350 क्यूसेक प्रति सेकेंड की दर से पानी की निकासी की जा रही है। जिससे गंगा का जलस्तर मध्यम फ्लड श्रेणी में पहुंच गया है। अनूपशहर में बाढ़ का पानी मंदिरों चारों ओर एकत्र होने से श्रद्धाुलओं को पानी के बीच से होकर निकलना पड़ा।
हरिद्वार बैराज से शनिवार को छोड़े गए पानी से गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। बरसात में बिजनौर बैराज से पानी छोड़ने से गंगा नदी ने उफान मारना शुरू कर दिया है। सोमवार सुबह को नरौरा बैराज पर गंगा की अपस्ट्रीम में 168904 क्यूसेक पानी व डाउनस्ट्रीम में 154350 क्यूसेक पानी की निकासी दर्ज की गई।
अनूपशहर में बाढ़ का पानी मंदिरों चारों ओर एकत्र हो गया है।
आबादी में भी घुसने लगा पानी
अनूपशहर में गंगा का जल स्तर तेजी से बढ़ने के चलते बाढ़ का पानी लगभग 60 फीट अंदर तक आबादी में घुस गया। गंगा द्वार मोहल्ला स्थित लाल महादेव मंदिर समेत अन्य कई मंदिरों के चारों ओर सोमवार सुबह बाढ़ का पानी हो गया।ये भी पढ़ेंः Gold Rate: सोना-चांदी खरीदने का सुनहरा मौका; तीन हजार रुपये से अधिक की आई गिरावट, पढ़ें आज का क्या है भाव
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।पानी के बीच से निकले श्रद्धालु
श्रद्धालुओं को मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए पानी के बीच होकर निकलना पड़ा। इसके साथ ही जाहन्वी प्लेटफॉर्म, मस्तराम घाट पर भी बाढ़ का पानी काफी अंदर तक घुस गया है। साथ गंगा की धार ने कटान करना भी शुरू कर दिया है। प्रशासन बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्र में गंगा के बढ़ते जल स्तर पैनी नजर बनाए हुए हैं।ये भी पढ़ेंः CCSU Meerut: यूजी में प्रवेश के लिए करना होगा इंतजार, दो अगस्त को जारी होगी दूसरी कट ऑफ लिस्टबाढ़ की श्रेणी व खतरे का निशान
- 30 हजार से एक लाख क्यूसेक तक सामान्य फ्लड श्रेणी
- एक लाख से 1.50 लाख क्यूसेक तक लो फ्लड श्रेणी
- 1.50 लाख से 3.50 लाख क्यूसेक तक मीडियम फ्लड श्रेणी
- 3.50 लाख क्यूसेक से ऊपर हाई फ्लड श्रेणी
- खतरे का निशान की ऊंचाई - 178.765 मीटर
बाढ़ की स्थिति से निपटने का इंतजाम पर नजर
- जिले में बनाई गई बाढ़ चौकियां- 16
- जिले में बनाए गए राहत शिविर - 16
- मोटर बोट - एक
- सेफ्टी किट - 57
इन्होंने कहा...
गंगा की अपस्ट्रीम में 168904 क्यूसेक पानी की उपलब्धता के साथ गंगा का जलस्तर मध्यम फ्लड की श्रेणी में पहुंच गया है। गंगा की डाउनस्ट्रीम में 154350 क्यूसेक प्रति सेकेंड की दर से पानी की निकासी की जा रही है। - अंकित सिंह, सहायक अभियंता नरौरा बैराज