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Bijli Cut: बंदर ने गुल कर दी एक लाख से अधिक घरों की बत्ती, 32 गांवों की आपूर्ति ठप

बुधवार रात तेज हवा के साथ बरसात होने से जडौल बिजलीघर क्षेत्र के गांव शेखूपुरा में हाईटेंशन लाइन के तारों पर पेड़ के गिरने से दो पोल क्षतिग्रस्त हो गए। उधर दूसरी ओर जहांगीराबाद से जाडौल बिजलीघर को आने वाली हाईटेंशन लाइन के तारों के आपस में भिड़ने से 32 गांवों की बिजली आपूर्ति बीती रात से ही ठप पड़ी हुई है।

By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Updated: Thu, 01 Aug 2024 11:31 AM (IST)
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बंदर के धमाचौकड़ी में गुल हुई बिजली। जागरण (सांकेतिक तस्‍वीर)
 जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। बंदर की उछल-कूद ने शहर के एक लाख घरों की बत्ती गुल कर दी। 33 केवीए लाइन पर बुधवार की शाम एक बंदर पेड़ की डाल पर उछल-कूद कर रहा था। उछलकर बंदर जब कूदा तो हाईटेंशन लाइन पर गिरा। करंट से बंदर मर गया और दो बिजली उपकेंद्र की सप्लाई बंद हो गई। इन दोनों उपकेंद्रों से एक लाख से अधिक उपभोक्ता जुड़े हैं।

भूड़ चौराहा ट्रांसमिशन बिजली उपकेंद्र से आ रही 33 केवी लाइन पर हाईडिल कालोनी के पास बुधवार की शाम पांच बजे पेड़ पर झूल रहा बंदर लाइन के तार से टच हो गया। इसके बाद अंसारी रोड बिजली उपकेंद्र और हाईडिल कालोनी बिजली उपकेंद्र की सप्लाई बंद हो गई।

दोनों बिजली उपकेंद्र बंद होने के कारण शहर के 50 से अधिक मोहल्लों की बत्ती गुल हो गई। बिजली ठप होने से उमसभरी गर्मी में हाहाकार मच गया। फाल्ट को सही किया तो फिर अंसारी रोड बिजली उपकेंद्र पर फ्लैश ओवर हो गया। इसके बाद शाम सात बजे मूसलाधार बरसात शुरू हो गई।

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नतीजतन अहतियातन सप्लाई बंद करनी पड़ी। बरसात में कई कई स्थानों पर फाल्ट हुए तो सप्लाई ठप रही है। गर्मी से परेशान उपभोक्ताओं ने फोन की घंटी बजा दी।

एसडीओ अंसारी रोड देवराज का कहना है कि बंदर ने पहले फाल्ट किया। उसके बाद अंसारी रोड बिजली उपकेंद्र पर फ्लैशओवर और फिर बरसात के कारण सप्लाई बंद हुई है। बरसात में ही पेट्रोलिंग टीम को निकाल दिया गया।

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हाईटेंशन लाइन के दो पोल क्षतिग्रस्त होने से 32 गांवों की आपूर्ति ठप

बिजली आपूर्ति ठप रहने से ग्रामीण क्षेत्र में लगे लघु उद्योग चौपट होने के कगार पर हैं। किसानों को धान की रोपाई करने के लिए पानी के लिए परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। जेई सूर्यप्रकाश शाही का कहना है कि बिजली कर्मचारियों को क्षतिग्रस्त लाइनों की मरम्मत करने के लिए लगाया गया है। क्षतिग्रस्त लाइनों की मरम्मत होने के बाद आपूर्ति को सुचारू रूप से चालू कर दिया जाएगा।

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