भगवान के प्रति प्रेम रखना ही भक्ति योग
स्थानीय कस्बा स्थित खंडवारी देवी इंटर कालेज परिसर में आ
जागरण संवाददाता, चहनियां (चंदौली) : स्थानीय कस्बा स्थित खंडवारी देवी इंटर कालेज परिसर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन मंगलवार को सुंदर राज महाराज ने कहा कि शुकदेवजी महाराज ने राजा परीक्षित को बताया कि संसार में भगवान की प्राप्ति के लिए, व्यक्ति के कल्याण के लिए, उद्धार के लिए साधना करनी पड़ती है। इसके लिए भक्ति योग सबसे श्रेष्ठ है। भगवान के प्रति प्रेम श्रद्धा भाव रखना ही भक्ति योग है। परमात्मा का ध्यान करना ही भक्ति योग है। यहीं सबसे श्रेष्ठ है। कहा कि धन के नशे में जो डूबे रहते हैं, उनका कभी कल्याण नहीं होता। जो अच्छे आचरण से रहता है, वो सुखी रहता है। हमें अपनी मर्यादा, संस्कृति का त्याग नहीं करना चाहिए। कलियुग में भगवान का नाम लेने से सारे कष्ट-दूर हो जाते हैं।रामविलास गुप्ता, सरिद्वार यादव, बिरजु अग्रहरि, अजय सिंह, योगेन्द्र मिश्रा, शिवा यादव, आरती मोदनवाल सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।