Chandauli Seat: क्या बदलेंगे समीकरण? भाजपा-सपा और कांग्रेस के प्रत्याशी बोले; चंदौली में ये मुद्दे हावी
चंदौली लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी डा. महेंद्रनाथ पांडेय सपा प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह और बसपा प्रत्याशी सत्येंद्र कुमार मौर्य के बीच सीधा मुकाबला है। हालांकि कुल 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। सीट का इतिहास 1957 में इस सीट के अस्तित्व में आने के बाद त्रिभुवन नारायण सिंह पहली बार सांसद बने। दूसरे सांसद प्रभुनारायण सिंह व तीसरे बालकृष्ण सिंह रहे।
प्रत्याशी क्या कहते हैं...
चंदौली आकांक्षी जनपद है। शैक्षणिक उत्थान, सड़कों का विकास प्रमुख एजेंडा में शामिल है। कृषि के क्षेत्र में उन्नति व कैसे किसान का जीवन स्तर ऊपर उठे यह भी मेरी प्राथमिकता है। पारंपरिक खेती के साथ व्यावसायिक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में काम होगा। नहरों को पक्का कराया जाएगा। - डा. महेंद्रनाथ पांडेय, भाजपा प्रत्याशी
मेरी प्राथमिकता बेरोजगारों को रोजगार दिलाना है। किसानों की सिंचाई सहित अन्य समस्या को खत्म करने के लिए प्रयास किया जाएगा। यहां भारी उद्योग की स्थापना कराकर रोजगार का मार्ग सृजित किया जाएगा। वीरेंद्र सिंह, सपा प्रत्याशी
बेरोजगारी इस समय चरम पर है। नौजवानों को नौकरी देने के लिए यहां केंद्र की स्थापना करना प्राथमिकता में है। युवाओं को खेलने के लिए उच्च कोटि का खेल का मैदान बनाया जाएगा ताकि यहां के युवा जनपद का नाम विश्वभर में रोशन करें। जनता की हर समस्याओं को दूर करना मेरी प्राथमिकता में शािमल रहेगा। -सत्येंद्र कुमार मौर्य, बसपा प्रत्याशी
ये स्थानीय मुद्दे हावी
- आकांक्षी जिलों में शुमार चंदौली में भारी उद्योग की स्थापना से रोजगार सृजन हो।
- उच्च शिक्षा के लिए राज्य विवि खोलने की मांग, जिसमें कृषि की भी शिक्षा मिले।
- सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था नहर और माइनरों को पक्का किया जाए।
- गंगा की बाढ़‑कटान से गांवों को मुक्ति दिलाने के लिए व्यापक स्तर पर पहल हो।
- अन्नदाताओं के उत्पादों को संरक्षित करने के लिए तहसील स्तर पर व्यवस्था की मांग।
- कुल उम्मीदवार - 10
- कुल मतदाता - 18, 43, 196
- महिला वोटर - 8, 55, 475
- पुरुष वोटर- 9, 87, 671