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प्री मानसून की तैयारी में जुटा रेल प्रशासन

बारिश के मौसम में रेलवे ट्रैक पर होने वाले जल जमाव से निपटने के लिए रेलवे ने कार्य योजना तैयार कर ली है। रेलवे ट्रैक के किनारे की नालियों की सफाई करवाने का प्रस्ताव बना लिया गया है। वहीं कालोनियों में भी कार्य कराने की तैयारी कर ली गई है। हालांकि कुछ कालोनियों में कार्य शुरू भी करा दिया गया है।

By JagranEdited By: Updated: Thu, 30 May 2019 06:23 AM (IST)
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प्री मानसून की तैयारी में जुटा रेल प्रशासन

जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : बारिश के मौसम में रेलवे ट्रैक पर होने वाले जलजमाव से निपटने के लिए रेलवे ने कार्य योजना तैयार की है। रेलवे ट्रैक किनारे की नालियों की सफाई करवाने का प्रस्ताव बना लिया गया। कुछ कालोनियों में कार्य भी शुरू हो गया। उम्मीद है कि इस बार रेल आवासों में रहने वाले कर्मचारियों को बारिश में राहत मिलेगी।

दरअसल बारिश के समय रेलवे ट्रैकों पर जल जमाव हो जाता है। इसका मुख्य कारण यह होता है कि ट्रैक किनारे की नालियों की सफाई समय से नहीं कराई जाती। स्थिति यह हो जाती है कि रेलवे को पंपिग सेट लगवाकर पानी निकलवाना पड़ता है। यार्ड के पास पिछले वर्ष रेलवे ने बड़े नाले की सफाई करवाई थी और उसे पक्की बना दी गई। इसके बाद काफी हद तक राहत मिलने लगी। हालांकि जल जमाव होने की संभावना को लेकर रेलवे ने कार्य योजना तैयार कर ली है। इसके तहत ट्रैकों किनारे की नालियों की सफाई कराई जाएगी। साथ ही क्षतिग्रस्त नालियों की मरम्मत हो गई। कार्य पूरा होने के बाद ट्रैकों पर बारिश का पानी जमा नहीं होगा और ट्रेनों के परिचालन पर असर नहीं पड़ेगा।

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रेल आवासों में नहीं घुसेगा पानी

बारिश के समय रेलवे की कई कालोनियों जलमग्न हो जाती हैं। स्थिति यह हो जाती है कि रेल आवासों में बारिश का पानी घुस जाता है। ऐसी स्थिति में कर्मचारियों व उनके परिजनों को काफी दिक्कत होती है। बाढ़ जैसी स्थिति से कर्मचारी दो चार होते हैं। सबसे दयनीय स्थिति यूरोपियन कालोनी, सेंट्रल कालोनी व लोको कालोनी की हो जाती है। लोको कालोनी में बने बड़े नाले की सफाई नहीं होने से ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है। हालांकि इस बार पूर्व में ही नाले की सफाई कराई गई। बारिश से पहले भी सफाई कराने की योजना है। वहीं क्षतिग्रस्त नालियों के मरम्मत शुरू करा दी गई है।