मटकुट्टा में पं. दीनदयाल उपाध्याय टर्मिनस की रेलमंत्री दे सकते हैं सौगात
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : जंक्शन का नाम बदलकर पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर जंक्श
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : जंक्शन का नाम बदलकर पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर जंक्शन हो चुका है। .. पर औपचारिक रूप से इसका अनावरण पांच अगस्त को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, रेलमंत्री पीयूष गोयल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। पूर्व में राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री तो आ चुके हैं लेकिन रेलमंत्री की नगर में पहली सभा होगी। सभी ने उम्मीद लगा रखी है कि कई सौगात मिल सकती है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है मटकुट्टा में दीनदयाल टर्मिनस की घोषणा का। इसके अलावा साप्ताहिक ट्रेन एकात्मता एक्सप्रेस का फेरा बढ़ाकर इसे प्रतिदिन किया जा सकता है। कुछ नई ट्रेनों की भी घोषणा हो सकती है।
रेलवे से जुड़े लोग स्थानीय स्तर से अपनी तैयारी में जुटे हैं। भाजपा सूत्रों की मानें तो भाजपा के एजेंडे में जंक्शन का नाम परिवर्तन के साथ साथ यहां पं. दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर एक टर्मिनस बनाए जाने की भी योजना अंदरखाने में चल रही थीं। इस योजना में पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर जंक्शन से चार किलोमीटर उत्तर पूर्व में मटकुट्टा गेट के समीप रेलवे यार्ड व स्थानीय जमीन लेकर पं. दीनदयाल उपाध्याय टर्मिनस बनाना शामिल है। इस टर्मिनस से देश के विभिन्न स्थानों पर जाने वाली ट्रेनें शुरू हो सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो यह एक बहुत बड़ी सौगात सांसद व प्रदेश अध्यक्ष डा. महेंद्रनाथ पांडेय के प्रयास से मिलेगी। इस टर्मिनस के शुरू होने से यहां काफी विकास होगा। सबसे अच्छी बात यह होगी कि कई ट्रेनों का संचालन यहां से शुरू होगा। टर्मिनस के लिए मटकुट्टा स्थान की बात चल रही है क्योंकि वह सेंट्रल प्वाइंट है जहां से पटना व गया रूट की गाड़ियां होकर गुजरती हैं। इसके अलावा डा. महेंद्रनाथ पांडेय द्वारा शुरू किए गए एकात्मता एक्सप्रेस ट्रेन जो सप्ताह में एक दिन लखनऊ तक चलती है, इस ट्रेन का फेरा बढ़ाकर इसे प्रतिदिन किया जा सकता है। स्वचलित सीढ़ी का हो सकता है लोकार्पण
रेल यात्रियों की सुविधा के लिए जंक्शन परिसर में बन रही स्वचलित सीढ़ी लगभग तैयार है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि पांच अगस्त को आने वाले कार्यक्रम के दौरान रेलमंत्री पीयूष गोयल उद्घाटन कर सकते हैं। स्वचलित सीढ़ी पर जाने वाले मार्ग का भी निर्माण करवाया जा रहा है। हालांकि यह अधिकारिक रूप से पुष्ट नहीं है लेकिन जिस तरीके से रेलवे की एजेंसियां वहां पर कार्य कर रही है, उससे अनुमान लगाया जा सकता है कि ऐसा भी हो सकता है। रेलवे सूत्रों की मानें तो रेलवे से जुड़ी कुछ और भी चीजें हो सकती हैं जिसका रेलमंत्री सभा के दौरान घोषणा कर सकते हैं।