डिप्टी जेलर का खुलासा, इस वजह से अब्बास को मिल रही थी VIP सुविधाएं; मुख्तार की बहू की तरफ से मिला था ऑफर
Mukhtar Ansari Family पुलिस की विवेचना में पता चला है कि अब्बास की पत्नी के गाड़ी चालक नियाज ने चित्रकूट जेल की डिप्टी जेलर चंद्रकला से बात की थी। आरोपित की काल डिटेल से दोनों के बीच कई बार बातचीत की पुष्टि हुई है।
By Jagran NewsEdited By: Nitesh SrivastavaUpdated: Tue, 21 Mar 2023 10:22 AM (IST)
ज्ञान बिहारी मिश्र, लखनऊ। चित्रकूट जेल में विधायक अब्बास अंसारी को सुविधाएं उपलब्ध कराने के मामले में नए साक्ष्य सामने आए हैं। पुलिस की विवेचना में पता चला है कि अब्बास की पत्नी के गाड़ी चालक नियाज ने चित्रकूट जेल की डिप्टी जेलर चंद्रकला से बात की थी। आरोपित की काल डिटेल से दोनों के बीच कई बार बातचीत की पुष्टि हुई है।
डिप्टी जेलर को गाजीपुर में मकान दिलाने का भी दिया था लालच
सूत्रों के मुताबिक नियाज ने डिप्टी जेलर से ऊंची पहुंच होने की बात कही थी और उन्हें गाजीपुर जिले में एक मकान दिलाने का भी लालच दिया था। आरोपित के झांसे में आकर डिप्टी जेलर ने निखत और नियाज की जेल के भीतर अब्बास से मुलाकात में मदद पहुंचाई थी। वहीं, जेल में बंद सपा नेता फराज ने मकान मालिक से झूठ बोलकर निखत के ठहरने की व्यवस्था कराई थी।
मकान मालिक को भी रखा झांसे में
आरोपित ने मकान मालिक से नियाज और निखत की मुलाकात कराई थी। आरोपित ने कहा था कि दोनों पानी के ठेकेदार हैं। मकान का किराया अच्छा देंगे। मकान किराए पर लेने के बाद आरोपितों ने उसका नक्शा ही बदल दिया था। चहारदीवारी ऊंची करवा दी थी ताकि किसी को भीतर की गतिविधियों की जानकारी न हो सके। फराज अपने खाते से ही मकान मालिक को भुगतान करता था।कैंटीन ठेकेदार के जरिए देते थे लुभावने ऑफर
फराज और नियाज जेल अधिकारियों को जेल कैंटीन के ठेकेदार नवनीत सचान के माध्यम लुभावने आफर देते थे। फराज के खातों की जांच में मकान मालिक के अलावा अन्य लोगों को भी रकम भेजने की पुष्टि हुई है। पुलिस को नियाज के मोबाइल फोन से कई अफसरों से फोन पर बातचीत के साक्ष्य मिले हैं।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के विशेष जज लोकेश वरुण ने शनिवार को फराज और नियाज की जमानत अर्जी खारिज की थी। दोनों पर अब्बास की पत्नी निखत को मदद पहुंचाने का आरोप है। डिप्टी जेलर की ओर से भी कोर्ट में जमानत की अर्जी दी गई है, जिस पर गुरुवार को सुनवाई होनी है। 11 फरवरी, 2023 को इस मामले की एफआइआर चित्रकूट के थाना करवी कोतवाली नगर में दर्ज हुई थी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।