Chitrakoot Flood Alert: मंदाकिनी नदी की बाढ़ में फंसकर दो की मौत, एक बाढ़ तो दूसरा नहाते हुए तेज बहाव में फंसा
चित्रकूट में दो लोगों की मंदाकिनी नदी के पानी की चपेट में आने से मौत हो गई। गुरुपूर्णिमा में आए हाथरस के श्रद्धालु की नदी के बहाव में फंसने से मौत हुई। उसका शव मिला है। वहीं मंदाकिनी नदी के रामघाट के पास पूजा सामग्री की दुकान लगाने वाला व्यापारी बाढ़ की चपेट में आ गया।
जागरण संवाददाता चित्रकूट। चित्रकूट में मंदाकिनी नदी के बहाव की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई। एक चित्रकूट के व्यापारी तो दूसरे हाथरस का श्रद्धालु मंदाकिनी नदी के बहाव में फंस गया। दोनों का शव मिल गया है।
कर्वी कोतवाली क्षेत्र के रामघाट में एक दुकान के अंदर मंदाकिनी नदी के पानी में उतराता हुआ एक वृद्ध व्यापारी का शव मिला है। वृद्ध व्यापारी रामघाट में पूजा सामग्री की दुकान चलाता था। वो मंदाकिनी नदी के बढ़े जलस्तर में फंस गया था। सीतापुर पुलिस चौकी क्षेत्र के रामघाट निवासी 67 वर्षीय नत्थू लाल गुप्ता पुत्र राम आसरे राम घाट स्थित मतगजेंद्रनाथ मंदिर के बगल में परिवार सहित पूजा सामग्री की दुकान चलाते थे।
वृद्ध व्यापारी के बेटे अजय गुप्ता ने बताया की मंदाकिनी नदी का जलस्तर शनिवार सुबह सात बजे के करीब बढ़ने लगा था। तभी बेटे ने दुकान से पिता को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान में बैठा दिया था, लेकिन वृद्ध व्यापारी फिर आकार दुकान के अंदर बैठ गए थे। तभी अचानक मंदाकिनी के बढ़े जलस्तर में फंस कर वृद्ध व्यापारी दुकान के अंदर ही डूब गया। जिससे उसका शव शनिवार रात 8 बजे के करीब दुकान के अंदर पानी में उतराता हुआ मिला। वृद्ध के दो बेटे और छह बेटियां हैं। दारोगा राजेश चौरसिया ने बताया की शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
गुरु पूर्णिमा में दोस्त के साथ स्कूटी से चित्रकूट आया था श्रद्धालु
मध्यप्रदेश जिला सतना थाना नयागांव (चित्रकूट) के आरोग्य धाम में गुरुवार को नहाते समय हाथरस का एक श्रद्धालु बह गया था। एमपी पुलिस ने काफी खोजबीन की थी लेकिन वह नहीं मिला था। रविवार सुबह उसका शव यूपी की कर्वी कोतवाली की चौकी सीतापुर के गोबरियां गांव के खेतों में पड़ा मिला। शनिवार को आई बाढ़ में बहकर का शव किनारे लग गया था। वह अपने दोस्त के साथ स्कूटी से बुधवार को चित्रकूट आया था।
जनपद हाथरस थाना सैदाबाद के बिसावर गांव निवासी 46 वर्षीय मनोज सिंह पुत्र बीरी सिंह गांव के 100 से अधिक लोगों के जत्थे में बाइकों से मंगलवार को चित्रकूट के लिए गांव से निकले थे। वह भी अपने साथी दुरवेश सिंह के साथ स्कूटी में था। गुरु पूर्णिमा में अपने गुरु आरोग्य धाम स्थित मौनी बाबा का आशीर्वाद लेने के लिए बुधवार को चित्रकूट पहुंच गया था। गुरुवार की सुबह आरोग्य धाम में नहाते समय पानी के तेज बहाव में मनोज बहकर गया था।
शुक्रवार की रात में हुई तेज बारिश में मंदाकिनी नदी उफान में आने लगा था। जिससे उनका शव बहकर कई किलोमीटर दूर रविवार सुबह कर्वी कोतवाली के सीतापुर चौकी क्षेत्र के गोबरियां गांव के खेतों में पड़ा मिला। मनोज व्यापार करता था। वह तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उनके दो बच्चे हैं। अभी किसी की भी शादी नहीं हुई है। वहां से आए स्वजन का रो रोकर बुरा हाल है। कर्वी कोतवाली प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि शव को कब्जे का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन को सौंप दिया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।