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बांग्लादेश हिंसा पर रामदेव के बाद जगद्गुरु रामभद्राचार्य का रिएक्शन, किया हिंदुत्व की रक्षा का आह्वान

बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार को लेकर योगगुरु बाबा रामदेव के बाद पद्मविभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य का रिएक्शन आया है। स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा इस पर गहरा दुख व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने सरकार से अपील की है कि हिंदुओं की चिंता करें। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश को नहीं भूलना चाहिए कि भारत की सहायता से बना था।

By hemraj kashyap Edited By: Abhishek Pandey Updated: Thu, 08 Aug 2024 09:23 AM (IST)
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पद्मविभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य । स्रोत- तुलसीपीठ
जागरण संवाददाता, चित्रकूट। बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद हिंदुओं के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार को लेकर पद्मविभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने वीडियो संदेश जारी कर सरकार से अपील की है कि हिंदुओं की चिंता करें। साथ ही आह्वान किया है कि हिंदुत्व की रक्षा के लिए सभी एकजुट हों। तुलसीपीठ की ओर से ढाई मिनट से अधिक का यह संदेश इंटरनेट मीडिया में जारी किया गया है।

वीडियो में जगद्गुरु ने कहा कि जो बांग्लादेश में घटित हुआ, वह बहुत दुखद है। वहां लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई गईं। हमारे हिंदू वहां अल्पसंख्यक रूप में रह रहे हैं। बांग्लादेश में जैसा उत्पीड़न हो रहा है, हिंदुओं के घर जलाए जा रहे हैं व बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ किया जा रहा है, उससे मैं बहुत दुखी हूं। मैं भारत सरकार से कहूंगा कि हिंदुओं की चिंता करें। खास कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी कहूंगा कि बांग्लादेश के इस कृत्य में हस्तक्षेप करें।

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश को नहीं भूलना चाहिए कि भारत की सहायता से बना था। मैं संपूर्ण हिंदू जनता से अब कह रहा हूं कि निरर्थक मतभेद भुलाकर हिंदुत्व की आवाज को बुलंद किया जाए और हिंदुओं के स्वाभिमान की रक्षा की जाए। जगद्गुरु के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्रदास ने भी दुख व्यक्त किया है।

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