Deoria Blast: 'धमाका ऐसा कि लोगों का कलेजा दहल उठा', पड़ोसियों के दरवाजे तक उखड़ गए; ग्रामीणों ने बताए कैसे थे हालात
Deoria Blast Update संयोग अच्छा रहा कि धमाके के बाद उड़े ईंट फाटक व अन्य सामान किसे के ऊपर नहीं गिरा वरना बड़ा हादसा हो जाता। उधर गांव में धमाका होने की सूचना के बाद बड़ी संख्या में आसपास के गांव के लोग भी जुट गए हालांकि पुलिस छावनी में गांव के तब्दील होने के चलते लोगों को बैरंग ही लौटना पड़ा।
जागरण संवाददाता, करौंदी बाजार। पड़री मल्ल में पौ फटने के साथ ही धमाके से पूरा जवार गूंज उठा। धमाका ऐसा कि लोगों के कलेजा दहल उठा। संयोग अच्छा रहा कि धमाके के बाद उड़े ईंट, फाटक व अन्य सामान किसे के ऊपर नहीं गिरा, वरना बड़ा हादसा हो जाता। उधर गांव में धमाका होने की सूचना के बाद बड़ी संख्या में आसपास के गांव के लोग भी जुट गए, हालांकि पुलिस छावनी में गांव के तब्दील होने के चलते लोगों को बैरंग ही लौटना पड़ा।
सुबह का समय था, अभी हम बिस्तर में ही थे, अचानक तेज आवाज सुनकर हम डर गए। बाहर देखे तो जैनुल के घर का मलबा सड़क पर बिखरा पड़ा था। हमारे भी छत पर कुछ भाग गिरा हुआ था।
जुमराती अंसारी, ग्रामीण
हम अपने दरवाजे पर ही थे, अचानक तेज आवाज हुआ तो लगा कि किसी के घर में सिलेंडर फटा है। दौड़ कर वहां पहुंचे तो वहां का नजारा देख परेशान हो गए। जैनुल के परिवार के लोग घर से रोते हुए निकल रहे थे।
खुर्शीद अंसारी, ग्रामीण
धमाका इतना तेज था कि सभी लोग डर गए, घर से बाहर निकल आए। बच्चे व महिलाएं रोने लगे। जैनुल के परिवार के लोग रोते हुए निकल रहे थे। उनसे जानकारी लेने का हम लोगों ने प्रयास किया, लेकिन वह कुछ भी नहीं बाए।
नसीर अंसारी, ग्रामीण
हम गांव के बाहर थे, धमाका इतना तेज था कि हम दौड़ कर अपने घर पहुंचे, हमारे पिता रामसुभग अपने बिस्तर पर सोए थे। तभी उनके सीढ़ी का फाटक हमारे शौचालय में आकर गिर गया।
राजकुमार गुप्ता, ग्रामीण
धमाका बहुत तेज था, लेकिन यह जांच का विषय है कि आखिरकार यह धमाका क्यों और कैसे हुआ? निष्पक्षता से इसकी जांच होनी चाहिए। उनका परिवार गलत नहीं रहा है। उनके तीनों बेटे बाहर रहते हैं।
मुअज्जम अंसारी, ग्रामीण