Deoria News: सरकारी अस्पताल का सच, यहां सुबह तीन बजे लगती है गर्भवतियों की लाइन; रकम खर्च करने के लिए बनाया जाता है दबाव
Deoria News देवरिया सरकारी अस्पताल का सच सुन आप भी सिर पकड़ लेंगे। गरीब खर्च से बचने के लिए सरकारी अस्पताल में आते हैं लेकिन यहां लोगों पर रकम खर्च करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। हाल यह है कि गर्भवती महिलाओं को भोर में तीन बजे पहुंच कर मेडिकल कालेज में लाइन लगाना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, देवरिया। महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज में गर्भवतियों के अल्ट्रासाउंड को लेकर संकट दूर होने का नाम नहीं ले रहा है। हाल यह है कि गर्भवती महिलाओं को भोर में तीन बजे पहुंच कर मेडिकल कालेज में लाइन लगाना पड़ रहा है।
उसके बाद उनका अल्ट्रासाउंड हो पा रहा है। मेडिकल कालेज में सुबह आठ बजे से 10 बजे तक मात्र 25 अल्ट्रासाउंड ही प्रतिदिन किया जा रहा है। जिससे गर्भवतियों की परेशानी बढ़ गई है। गुरुवार को दिन में गर्भवती महिलाएं अल्ट्रासाउंड के लिए परेशान रही लेकिन उनकी जांच नहीं हो पाई।
दिन में 10 बजे से दो बजे तक ओपीडी के समय में डाक्टरों द्वारा अल्ट्रासाउंड के लिए गर्भवती को भेजा जाता है। यहां अल्ट्रासाउंड कक्ष के सामने बैठे दलाल उन्हें हैंडबिल पकड़ा कर एक निजी अल्ट्रासाउंड का पता बता कर वहां भेजते हैं।
निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर 650 से 700 रुपये में अल्ट्रासाउंड जांच किया जा रहा है। गरीब गर्भवती महिलाएं जो निश्शुल्क उपचार के लिए मेडिकल कालेज आती हैं उन्हें जांच के नाम पर मोटी रकम खर्च करनी पड़ रही है।
डाक्टर को दिखाई हूं। उन्होंने ब्लड जांच व अल्ट्रासाउंड जांच के लिए लिखा है। ब्लड जांच के लिए ब्लड दे कर, अल्ट्रासाउंड कराने गई हूं तो पता चला है भोर में तीन बजे से लाइन लगानी पड़ रही है। तक सुबह अल्ट्रासाउंड हो पाएगा। - शबरून निशा, न्यू कालोनी
यह सिर्फ नाम का मेडिकल कालेज है। यहां सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड जांच के लिए बाहर पैसा खर्च करना पड़ रहा है। 11 बज रहे हैं, अल्ट्रासाउंड कक्ष में ताला लटक रहा है। - प्रियंका चौहान, ठाकुर देवरिया
सरकारी अस्पताल में गरीब महिलाएं आती हैं। सरकार गरीबों के उपचार के लिए कितना पैसा खर्च कर रही है लेकिन उसका लाभ अस्पताल के अधिकारियों की लापरवाही के कारण नहीं मिल पा रहा है। मेरा अल्ट्रासाउंड जांच यहां नहीं हुआ है। - संजू देवी, मझौलीराज
यहां बहुत लापरवाही है। अल्ट्रासाउंड जांच बाहर कराने पर छह सौ से सात सौ रुपये खर्च हो रहे हैं। मेडिकल कालेज में सुविधा होते हुए भी गर्भवती को उसका लाभ नहीं मिल रहा है। इस तरफ किसी का ध्यान नहीं है। - प्रियंका देवी, पिपरहियां, तरकुलवां
मेडिकल कालेज में गर्भवती के अल्ट्रासाउंड को लेकर परेशानी है। इस समस्या के समाधान की दिशा में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया गया है। - डा. राजेश बरनवाल, प्रधानाचार्य, महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज