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Deoria Murder Case: राजनीति में कदम रखने के बाद बढ़ती गई प्रेमचंद यादव की संपत्ति, ऐसे बना जिला पंचायत सदस्य

Deoria Murder Case 5 वर्ष पहले तक पूर्व जिला पंचायत सदस्य दबंग प्रेमचंद यादव की स्थिति बहुत ठीक नहीं थी धीरे-धीरे राजनीति में उतरा और गंवई राजनीति से अपनी राजनीतिक पृष्टिभूमि तैयार की। मां के ग्राम प्रधान बनने के बाद भूमि खरीदने व बेचने का कार्य शुरू किया तो फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा। विवादित भूमि की खरीद-फरोख्त करने की इसकी पहचान बन गई।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyUpdated: Wed, 04 Oct 2023 09:01 AM (IST)
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राजनीति में कदम रखने के बाद बढ़ती गई प्रेमचंद यादव की संपत्ति, ऐसे बना जिला पंचायत सदस्य
संजय यादव, देवरिया। 15 वर्ष पहले तक पूर्व जिला पंचायत सदस्य दबंग प्रेमचंद यादव की स्थिति बहुत ठीक नहीं थी, धीरे-धीरे राजनीति में उतरा और गंवई राजनीति से अपनी राजनीतिक पृष्टिभूमि तैयार की। मां के ग्राम प्रधान बनने के बाद भूमि खरीदने व बेचने का कार्य शुरू किया तो फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा।

विवादित भूमि की खरीद-फरोख्त करने की इसकी पहचान बन गई। आज वह करोड़ों का मालिक बन बैठा था। गांव के रामभवन यादव के दो लड़के प्रेमचंद यादव व रामजी यादव। रामभवन सेना में थे। प्रेमचंद दबंग प्रवृत्ति के चलते गांव के लोगों में अपनी पहचान बनाई और अपनी मां चिंता देवी को 2010 में ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ाकर ग्राम प्रधान बनाया।

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2015 में चुना गया था जिला पंचायत सदस्य

2015 में प्रेमचंद यादव जिला पंचायत सदस्य चुना गया। ग्रामीणों की मानें तो 2010 से पहले इस परिवार की स्थिति बहुत ठीक नहीं थी। ग्राम प्रधान बनने के बाद यह दबंगई दिखाना शुरू किया और फिर विवादित भूमि बैनामा कराने की इसकी पहचान बन गई।

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साधु दुबे के साथ ही अन्य लोगों के भूमि का भी बैनामा कराया है। कुछ माह पहले यह देवरिया में भी एक विवादित भूमि पर कब्जा करने का प्रयास किया था। एक जनप्रतिनिधि के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो सका था।

दबंग प्रवृत्ति के चलते बना जिला पंचायत सदस्य

प्रेमचंद यादव की दबंग प्रवृत्ति के चलते 2010 में प्रधानी घर में आई तो 2015 में जिला पंचायत सदस्य चुना गया। राजस्व, पुलिस महकमा के साथ ही प्रतिष्ठित लोगों में अपनी पकड़ इसने बहुत मजबूत कर रखी थी। इसलिए चाह कर भी कोई उस पर हाथ नहीं डालता था।

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