Deoria Murder Case: 14 लोग हिरासत में, गांव में 2 कंपनी PAC तैनात; स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार क्या बोले?
रुद्रपुर के फतेहपुर में छह लोगों की नृशंस हत्या की घटना ने देवरिया से लखनऊ तक खलबली मचा दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद ही इसको संज्ञान में लेकर पल-पल की स्थिति पर नजर रखने लगे। दोपहर बाद प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद व स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार पुलिस लाइन में स्पेशल हेलीकाप्टर से उतरे। यहां से सीधे घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। लगभग साढ़े तीन बजे वह फतेहपुर पहुंचे।
जागरण संवाददाता, देवरिया। Deoria Murder Case : देवरिया के रुद्रपुर के फतेहपुर में छह लोगों की नृशंस हत्या की घटना ने देवरिया से लखनऊ तक खलबली मचा दी है। सीएम योगी के निर्देश पर प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार, कमिश्नर अनिल ढींगरा रुद्रपुर के फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोले में घटनास्थल पर पहुंचे। स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि 14 लोग हिरासत में लिये गए हैं। दोषियों पर कठोर कार्रवाई होगी। थाना स्तर पर लापरवाही हुई है तो कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि गांव में दो कंपनी पीएसी तैनात की गई है। गांव में वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं।
रुद्रपुर के फतेहपुर में छह लोगों की नृशंस हत्या की घटना ने देवरिया से लखनऊ तक खलबली मचा दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद ही इसको संज्ञान में लेकर पल-पल की स्थिति पर नजर रखने लगे। दोपहर बाद प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद व स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार वर्षा के बीच पुलिस लाइन में स्पेशल हेलीकाप्टर से उतरे। यहां गार्ड ऑफ ऑनर लेने से अधिकारियों ने मना करते हुए सीधे घटना स्थल के लिए रवाना हो गए। लगभग साढ़े तीन बजे वह फतेहपुर पहुंचे।
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घटनास्थल का लगभग 15 मिनट तक निरीक्षण करने के बाद वह मंडलायुक्त, एडीजी, आइजी, डीएम व एसपी से घटना को लेकर जानकारी लिए। उन्होंने अधिकारियों को एक-एक बिंदुओं पर नजर रखने का निर्देश दिया।
प्रेमचंद्र की तीन बेटियां व इकलौता बेटा रहते हैं देवरिया
जागरण संवाददाता, देवरिया: दबंग पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद्र की हत्या की सूचना पर बड़ी संख्या में लोग दरवाजे पर पहुंच गए। शव देखने के बाद स्वजन के साथ ही उनके भी आंखों में आंसू आ गए। पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद्र यादव दो भाई थे, जिसमें रामजी छोटा है। प्रेमचंद्र को तीन बेटियां अर्चना, अलका व अंशिका तो एक बेटा तेज प्रताप है। बच्चों की अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए रखे थे। जब पिता की हत्या होने की सूचना मिली तो यह बच्चे अपनी चाचा किरन के साथ घर पहुंचे। पिता का शव देखते ही दहाड़ मारकर रोने लगे। वहीं पत्नी प्रेमशीला का भी रोते-रोते बुरा हाल हो गया था। पिता रामभवन भी बेटे का शव देखने पहुंचे तो उनकी भी आंखों से आंसू टपकने लगा।