देवरिया में उपचार के अभाव में दिव्यांग की मौत, सीएचसी में लोगों ने काटा हंगामा; भागे डॉक्टर
Deoria News देवरिया के एक सरकारी अस्पताल में उपचार के अभाव में एक दिव्यांग व्यक्ति की मौत हो गई। परिजन उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टर मौजूद नहीं थे। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने हंगामा किया और चिकित्सकों पर कार्रवाई की मांग की। इस मामले ने स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को एक बार फिर उजागर कर दिया है।
जागरण संवाददाता, देवरिया। दिव्यांग की तबीयत खराब होने पर सीएचसी लार लेकर लोग रविवार की देर रात पहुंचे, लेकिन चिकित्सक के अभाव में उपचार नहीं हो पाया। जिससे दिव्यांग की मृत्यु हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। बवाल की सूचना पर पुलिस पहुंची और लोगों को शांत कराया। लोग चिकित्सकों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उधर डाक्टर लोगों की भीड़ देख भाग गए।
लार थाना क्षेत्र के कोहरा गांव के रहने वाले 62 वर्षीय रामनगीना प्रसाद दिव्यांग थे, उनकी तबीयत रात को अचानक खराब हो गई। इसके बाद परिवार के लोग सीएचसी ले गए, जहां कोई चिकित्सक ही नहीं मिला। इस बीच उनकी मृत्यु हो गई। फार्मासिस्ट पहुंचा तो उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया और चिकित्सकीय लापरवाही से मौत होने का आरोप लगाने लगे। बवाल बढ़ने की सूचना पर लार थाने से पुलिस पहुंची और लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह शांत कराया।
परेशान रहे अन्य मरीज
सरकार स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने पर बल दे रही है। लेकिन ग्रामीण अस्पतालों में सरकार के आदेशों को चिकित्सक अवहेलना कर रहे हैं। रात को एक मरीज की उपचार के अभाव में मौत हो गई। जबकि लार के हरिजन बस्ती निवासी लालू प्रसाद भी उसी समय पहुंचे। उनकी भी तबीयत खराब थी। वह तड़पते रहे, लेकिन कोई चिकित्सक नहीं पहुंचा।सीएचसी लार अधीक्षक डॉ. बीवी सिंह ने बताया-
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।सीएचसी की इमरजेंसी में डा.अवनींद्र प्रताप सिंह की ड्यूटी है। वह लोगों की भीड़ देख कर आवास पर चले गए हैं। लोगों के आक्रोश को देख कर वह इमरजेंसी में नहीं आ रहे हैं।