Deoria News: राज्यमंत्री की निर्माणाधीन बाउंड्रीवाल से बढ़ा विवाद, गहमागहमी का माहौल
देवरिया में मनोकामनापूर्ण हनुमान मंदिर के उत्तराधिकारी राजेश नारायण दास ने राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम पर मंदिर की भूमि पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए धरना दिया। विवाद बाउंड्रीवाल के निर्माण को लेकर हुआ। पुलिस ने हस्तक्षेप किया और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ। राज्यमंत्री ने आरोपों को निराधार बताया है।
जागरण संवाददाता, देवरिया। शहर के देवरिया खास स्थित मनोकामनापूर्ण हनुमान मंदिर के उत्तराधिकारी राजेश नारायण दास ने मंगलवार को राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम पर मंदिर की भूमि पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए मंदिर के गेट के सामने मुख्य मार्ग पर धरना शुरू कर दिया।
धरने के दौरान मौके पर पुलिस पहुंची मामले को शांत कराने का प्रयास की, लेकिन बात नहीं बनी। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट श्रुति शर्मा मौके पर पहुंची और उन्होंने मांगों को मानते हुए जमीन की पैमाइश कराने का आश्वासन दिया। उसके बाद धरना समाप्त हो गया।
राज्यमंत्री की निर्माणाधीन बाउंड्रीवाल के कारण विवाद बढ़ गया। दिन में हुई मापी के बाद मामला रात में बिगड़ गया। ऐसे में विवाद की स्थिति में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने पुलिस की रिपोर्ट पर राज्यमंत्री की भूमि में बने गेट को सील करते हुए जब्तीकरण की कार्रवाई कर दी।
जब्तीकरण की कार्रवाई के बाद स्थिति और बिगड़ गई। रात में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का राज्यमंत्री के समर्थकों ने मौके पर घेराव किया। उनके वाहन को निकलने नहीं दे रहे थे। नारेबाजी की ऐसे में एडिशनल एसपी व सीओ संजय कुमार रेड़डी ने पुलिस बल के साथ उनके वाहन को मौके से बाहर निकाला। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की इस कार्रवाई से नाराज राज्यमंत्री पक्ष के लोग मौके पैदल सुभाष चौक पर रात में आठ बजे पहुंचे और वहां डीएम और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के विरोध में नारेबाजी करने लगे।
उनका कहना था कि बिना किसी सूचना के आखिर कैसे भूमि का जब्तीकरण कर लिया गया। हमें पैमाइश के बाद कुछ बताया नहीं गया। सुभाष चौक पर रात तक धरना चलता रहा। यहां एडीएम प्रशासन जैनेंद्र सिंह, एडिशनल एसपी सुनील कुमार सिंह, सीओ संजय कुमार रेड्डी, प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
हनुमान मंदिर परिसर में रहा गहमागहमी का माहौल
देवरिया खास स्थित मनोकामनापूर्ण हनुमान मंदिर परिसर में जमीन में पैमाइश के दौरान दोनों तरफ से गहमागहमी का माहौल रहा। राज्यमंत्री पक्ष के लोग अपनी भूमि के समीप बाउंड्रीवाल का निर्माण करा रहे थे। वहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। जबकि हनुमान मंदिर परिसर में भी मंदिर से जुड़े लोग एकत्रित रहे। मंगलवार को हनुमान जी का दिन होने के कारण मंदिर के समर्थक भी बड़ी संख्या में मंदिर परिसर में मौजूद रहे। हालांकि पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहा।
पुलिस की रिपोर्ट पर की गई जब्तीकरण की कार्रवाई: ज्वाइंट मजिस्ट्रेट
हनुमान मंदिर के उत्तराधिकारी राजेश नारायणदास के धरने के बाद मापी कराई गई। मापी अभी पूरी नहीं हुई थी। इस बीच दोनों तरफ से विवाद की स्थिति को देखते हुए पुलिस की रिपोर्ट पर जब्तीकरण की कार्रवाई की गई है। अब दोनो पक्ष अपने-अपने साक्ष्यों के साथ न्यायालय में प्रस्तुत होंगे। साक्ष्य के आधार पर आगे निर्णय लिया जाएगा।
हनुमान मंदिर की भूमि कब्जा कर रही राज्यमंत्री: राजेश नारायण दास
मनोकमनापूर्ण हनुमान मंदिर के उत्तराधिकारी राजेश नारायण दास ने राज्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने तीन कट्टा जमीन बैनामा कराया है जबकि आठ कट्ठा जमीन कब्जा की हैं। कब्जा की हुई जमीन मंदिर की है, उनकी जमीन की बाउंड्री गिरा कर मंदिर की जमीन वापस दिलाई जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो पूरे जिले के संत समाज के साथ उन्होंने धरना देने की बात कही।
मंदिर के उत्तराधिकारी का आरोप निराधार: विजय लक्ष्मी गौतम
प्रदेश सरकार की राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने बताया कि मेरे ऊपर मंदिर के उत्तराधिकारी द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद व निराधार हैं। जिस भूमि में मैं बाउंड्री चलवाई हूं। वह मेरी अपनी पैतृक जमीन है। हम लोगों ने भी मंदिर को जमीन दान में दिया है। मैंने अपनी जमीन में बाउंड्री चलवा कर गेट लगवाया है। इसे पुलिस प्रशासन भी बखूबी जानता है।
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