Deoria: अपराध के बदलते ट्रेंड पर अंकुश लगाने को अत्याधुनिक संसाधनों का सहारा ले रही पुलिस, सभी थानों में होगा साइबर हेल्प डेस्क
Cyber Help Desk देवरिया में अपराध का ट्रेंड बदला है और अपराधी साइबर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। पास में पासबुक व एटीएम कार्ड होने के बावजूद साइबर अपराधी लोगों के खाता को खाली कर दे रहे हैं। इस अपराध पर रोक लगाने के लिए जहां लोगों को आए दिन साइबर सेल की टीम जहां जागरूक कर रही हैं वहीं साइबर थाने भी खोले जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, देवरिया। Cyber Help Desk: हर दिन अपराध का ट्रेंड बदल रहा है। पुलिस भी अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए अत्याधुनिक संसाधनों का सहारा ले रही है। हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क होगा। इसके लिए हर थाने के पांच पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है। कुछ जगहों पर पुलिसकर्मी प्रशिक्षण के बाद अपना कार्य भी शुरू कर दिए हैं।
जिले में अपराध का ट्रेंड बदला है और अपराधी साइबर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। पास में पासबुक व एटीएम कार्ड होने के बावजूद साइबर अपराधी लोगों के खाता को खाली कर दे रहे हैं। इस अपराध पर रोक लगाने के लिए जहां लोगों को आए दिन साइबर सेल की टीम जहां जागरूक कर रही हैं, वहीं साइबर थाने भी खोले जा रहे हैं। जिले में साइबर सेल में ही साइबर थाने की कार्यवाही शुरू हो गई है। विभागीय स्तर पर सभी कार्य थाने का शुरू कर दिया गया है।
हेल्प डेस्क खुलने से यह होगा लाभ
बदलते अपराध के बीच साइबर पर पुलिस का विशेष जोर है, हर जिले में जहां साइबर थाने खुल रहे हैं, वहीं अब हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क का भी इंतजाम होगा। साइबर हेल्प डेस्क बनने से इस अपराध पर लगाम लगाने में सफलता मिलेगी। यह टीम हर दिन चौक-चौराहा व गांवों में लोगों को साइबर अपराध से बचाव के लिए जागरूक करेगी। साथ ही मोबाइल खोने या अन्य तरह की दिक्कत होने पर भी यह सुझाव लोगों को देगी।जानकारी होने पर तत्काल करें पुलिस से संपर्क
साइबर अपराध का शिकार होने पर अगर 24 घंटे के अंदर पुलिस तक इसकी शिकायत पहुंच जाती है तो रुपया वापस होने का लगभग संभावना रहती है। इसलिए जालसाजी होते ही लोगों को सबसे पहले हर थाने पर गठित साइबर हेल्प डेस्क की टीम से संपर्क करना चाहिए।
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