महाराष्ट्र में यूपी की बहू ने बजा दिया डंका, पति शिवसेना में तो पत्नी इस पार्टी से बन गई विधायक… रोचक रहा सफर
महाराष्ट्र के वसई विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित विधायक स्नेहा नवीन दूबे की जीत की खबर देवरिया जिले के भाटपाररानी क्षेत्र के जगन चक गांव में पहुंची तो गांव में जश्न का माहौल बन गया। स्नेहा नवीन दूबे के पति नवीन दूबे शिवसेना शिंदे गुट के नेता हैं। स्नेहा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों ने चुनाव में बहुत सहयोग किया। सभी लोगों की प्रति हम आभारी हैं।
महेंद्र कुमार त्रिपाठी, देवरिया। महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में देवरिया जिले के भाटपाररानी क्षेत्र के जगन चक गांव की बहू स्नेहा नवीन दूबे ने राजनीति में पहली बार भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर जीत का परचम लहराया है, जिसकी हर जगह चर्चा हो रही है।
भाटपाररानी क्षेत्र के जगन चक गांव के रहने वाले श्याम सुंदर दुबे अपने दो बेटों के साथ मुंबई में शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। उनके पुत्र नवीन दुबे भी राजनीति के जरिए सामाजिक कार्य में जुटे हुए हैं। नवीन शिवसेना शिंदे गुट के नेता हैं।
करीब दो दशक से राजनीति में काम करने वाले नवीन की शादी महाराष्ट्र में ही हुई। उनकी पत्नी स्नेहा नवीन भी सामाजिक कार्य में रुचि रखने लगीं। आदिवासी संगठन के कार्य अध्यक्ष के दायित्व को निभाते हुए मुंबई में वसई विधानसभा क्षेत्र में खूब काम किया।
ग्रामीणों में खुशी का माहौल
स्नेहा नवीन की जीत की जैसे ही सूचना गांव में मिली कि गांव के लोग खुशी से झूम उठे। मिठाइयां बांटी गई। अबीर गुलाल उड़े। सभी ने जीत का जश्न मनाया।पैतृक गांव में रहने वाले जयराम दुबे एवं सीताराम दुबे की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। बोले स्नेहा ने मेरे गांव का नाम महाराष्ट्र में भी रोशन कर दिया। मुंबई से गांव आए स्नेहा के चचेरे देवर अमित दुबे कहते हैं कि भाभी स्नेहा को पूर्वांचल के लोगों की बोली एवं व्यवहार उनका खूब पसंद है। वहां भी पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों में उनकी पैठ है।
गांव के विष्णु पांडे, श्यामू कुशवाहा, इंद्रजीत यादव विनोद दुबे, विजय कुमार, नितिन, अनिल एवं विनय सिंह खुशी से घूमते रहे। सभी बोले उत्तर प्रदेश की बहू मैं मुंबई में भी देवरिया का मान रखा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।पति शिवसेना में पत्नी भाजपा में
नवनिर्वाचित विधायक स्नेहा नवीन भाजपा से हैं तो उनके पति नवीन दुबे शिवसेना शिंदे गुट के नेता हैं। नवीन भी टिकट के लिए मांग कर रहे थे, लेकिन उनको टिकट नहीं मिला। उनकी पत्नी को भाजपा ने टिकट दे दिया। परिवार के बीच दोनों लोगों का अच्छा तालमेल है।80 वर्ष पहले मुंबई गए थे परिजन
देवरिया जिले के जगन चक गांव के रहने वाले नरसिंह दुबे करीब 80 वर्ष पहले मुंबई व्यवसाय की सिलसिले में गए और वहीं के निवासी हो गए। उनके पांच पुत्र एवं दो बेटियां हैं, जिसमें श्याम सुंदर दुबे शिक्षा के क्षेत्र में महाराष्ट्र में बेहतर नेटवर्क बनाया। श्याम सुंदर के बड़े पुत्र नवीन दुबे समाज सेवा में जुड़ गए। नवीन की पत्नी स्नेहा दुबे भी अपने पति के साथ सामाजिक कार्यों में लग गईं। श्याम सुंदर दुबे के अन्य भाइयों में सुरेश दुबे की कुछ वर्ष मृत्यु हो गई। इसके अलावा, जयप्रकाश दुबे होटल व्यवसाय में जुड़े हैं तो उनके चौथे नंबर के भाई ओमप्रकाश दुबे मेडिकल के क्षेत्र में है। नरेश दुबे रियल एस्टेट का काम करते हैं। पूरा परिवार नालासोपारा में रहता है। सभी में एकता है। पर्व पर लोगों का गांव भी आना-जाना होता है।स्नेहा का राजनीति से पुराना नाता
जगन चक गांव की बहू स्नेहा का राजनीति से पुराना नाता है। उनके पिता विवेक भाऊ पंडित 2009 में वसई से निर्दलीय विधायक बने, जिन्हें शिवसेना का समर्थन था। स्नेहा को यह सीट विरासत में मिली। पहली बार चुनाव मैदान में आईं और सफलता भी मिली। मुंबई के बहुजन विकास आघाडी पार्टी के जाने-माने नेता हितेंद्र ठाकुर को स्नेहा ने टक्कर दी और पराजित किया।मेरी बहू भले ही महाराष्ट्र में चुनाव जीती है लेकिन उत्तर प्रदेश के लोगों से अत्यधिक स्नेह है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ सबका विकास की संकल्पना को पूरा करने के लिए एकजुट हैं।
-श्याम सुंदर दुबे, ससुर