दुर्गा कालोनी में संम्प्रदाय विशेष के युवकों ने की फायरिंग, दूसरे वर्ग के युवकों के एकत्र होने पर भागे। इस बीच उपद्रावियों ने सड़क किनारे खड़ी बसें फूंकी। कासगंज शहर के सभी पेट्रोल पंप बंद करा दिये गये हैं। बसों का परिचालन भी ठप हो गया है। कासगंज जिले की सभी सीमाएं सीलकर पीएसी लगाई गई है। दो दर्जन उपद्रवी पुलिस ने पकड़े लिये है। मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने बवाल को लेकर कहा कि यह स्थानीय अधिकारियों की चूक है। उपद्रवियों पर की कार्रवाई जा रही है ।
कासगंज जाते समय रोकी गई साध्वी प्राची धरने पर बैठीं
सांप्रदायिक बवाल के बाद कासगंज जा रही साध्वी प्राची व उनके काफिले को सिकंदराराऊ पुलिस ने कासगंज रोड पर रोका। इस दौरान सिकंदराराऊ कोतवाल से नोंकझोंक हो गई। गाड़ी की चाबी निकालने से समर्थक आक्रोशित हो गए। समर्थकों के साथ साध्वी पंत चौराहा पर धरने पर बैठ गईं। अलीगढ़-एटा व मथुरा-बरेली मार्ग पर जाम लगा दिया गया है ।
गणतंत्र दिवस पर समुदाय विशेष के लोगों ने विद्यार्थी परिषद् की तिरंगा यात्रा पर पथराव किया तो पूरे शहर में बवाल हो गया। जमकर फायरिंग और पथराव हुआ। कई जगह आगजनी की कोशिश की। गोली लगने से एक युवक की मौत हुई है जबकि दो घायल हुए है। पथराव में आधा दर्जन चोटिल है। जिसमें कुछ पुलिस कर्मी भी शामिल है। देर शाम शहर में आरएएफ ने मोर्चा संभाला है।शुक्रवार सुबह विद्यार्थी परिषद एवं हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता बाइक से तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे। यह यात्रा मुस्लिम बाहुल्य मुहल्ला हुल्का में पहुंची तो यहां कार्यकर्ताओं ने वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारे लगाए। जिस पर समुदाय विशेष के एक युवक ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगा दिया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों की ओर से नारेबाजी होने लगी। देखते ही देखते दोनों ओर से पथराव होने लगा। मुस्लिम बस्ती में घिरे कार्यकर्ता अपनी दो दर्जन से अधिक बाइक छोड़ भागे।
शुक्रवार सुबह विद्यार्थी परिषद एवं हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता बाइक से तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे। यह यात्रा मुस्लिम बाहुल्य मुहल्ला हुल्का में पहुंची तो यहां कार्यकर्ताओं ने वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारे लगाए। जिस पर समुदाय विशेष के एक युवक ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगा दिया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों की ओर से नारेबाजी होने लगी। देखते ही देखते दोनों ओर से पथराव होने लगा। मुस्लिम बस्ती में घिरे कार्यकर्ता अपनी दो दर्जन से अधिक बाइक छोड़ भागे। जहां उनकी बाइकों को आग के हवाले कर दिया गया और तोडफ़ोड़ कर दी। घटना की खबर शहर में फैली तो हिंदूवादी एकत्रित हो गए।दूसरे समुदाय के लोगों ने भी मोर्चा संभाल लिया। घर की छतों से पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। कुछ ही देर में उपद्रवियों ने तहसील रोड पर भी फायरिंग कर दी। जिसमें गोली लगने से गली शिवालय रेलवे रोड निवासी चंदन गुप्ता पुत्र सुशील गुप्ता की मौत हो गई। जबकि युवक प्रिंस एवं नौशाद घायल हो गए। नौशाद को अलीगढ़ रेफर किया गया है। उपद्रवियों के पथराव में आधा दर्जन अन्य घायल हुए है। जिसमें कुछ पुलिस कर्मी भी शामिल है। घटना की जानकारी मिलते ही डीएम आरपी सिंह, एसपी सुनील कुमार सिंह पुलिस बल के साथ शहर में पहुंच गए और जगह जगह मोर्चा संभाला।
कुछ ही देर में सांसद राजवीर सिंह, कासगंज विधायक देवेंद्र राजपूत, पटियाली विधायक ममतेश शाक्य, अमांपुर विधायक देवेंद्र प्रताप, मारहरा के विधायक वीरेंद्र, छर्रा के विधायक के अलावा एडीजी अजय आनंद, कमिश्नर सुभाष शर्मा, आईजी डा. संजीव गुप्ता एटा के एसएसपी को भी मौके पर पहुंच गए। दिनभर शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालत रहे। पुलिस उपद्रवियों को दौड़ाती रही। देर शाम तक शहर में बवाल होता रहा। पुलिस ने कई बार लाठी चार्ज किया। दोपहर के बाद समुदाय विशेष के एक धर्मस्थल के निचले भाग में आग लगा दी। कई अन्य स्थानों पर भी आगजनी का प्रयास किया गया है। देर शाम जिला चिकित्सालय पर उच्च अधिकारियों और सांसद, विधायक की मौजूदगी में मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। एडीजी ने बताया कि उपद्रवियों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शहर के लोग शांति व्यवस्था बनाए रखे। यदि पुलिस की कमी पाई जाती है तो वहां भी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस उपद्रवियों को दौड़ाती रही। देर शाम तक शहर में बवाल होता रहा। पुलिस ने कई बार लाठी चार्ज किया। दोपहर के बाद समुदाय विशेष के एक धर्मस्थल के निचले भाग में आग लगा दी। कई अन्य स्थानों पर भी आगजनी का प्रयास किया गया है। देर शाम जिला चिकित्सालय पर उच्च अधिकारियों और सांसद, विधायक की मौजूदगी में मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।एडीजी ने बताया कि उपद्रवियों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शहर के लोग शांति व्यवस्था बनाए रखे। यदि पुलिस की कमी पाई जाती है तो वहां भी कार्रवाई की जाएगी। मृतक के 302 बोर की गोली लगी है। सांसद राजवीर सिंह का कहना है कि घटना की जांच कराई जाएगी।मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाया जाएगा। घटना को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे। सीएम ने घटना की जानकारी ली है।
हिरासत में दो दर्जन
एडीजी एलओ आनंद कुमार के मुताबिक इस घटना के बाद करीब दो दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है और कासगंज में क़र्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस के हवाले आई रिपोर्टों के मुताबिक हिंसा में एक युवक की मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए। मामले को लेकर पुलिस प्रशासन ने कमर कसते हुए मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं गिरफ्तारी के बाद मामले को लेकर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने कप्तान को जमकर फटकार लगायी। पुलिस की इस कार्रवाई से एडीजी आनंद कुमार खुश नहीं है।
आईजी क्राइम और आईजी एलओ को तलब कर खुद मामले की मॉनिटरिंग कर रहे है। डीजीपी ओपी सिंह के साथ मुलाकात कर मामले की रणनीति तय की है। इसी दौरान कासगंज हिंसा मामले में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने कहा कि शांति-व्यवस्था के लिए पूरा कोशिश किया जा रहा है। जरूरत पड़ी तो मै भी मौके पर जाने के लिए तैयारा हूं। लापरवाहियों पर कार्रवाई की जाएगी। हिंसा पर बोले किसी शरारती तत्व ने दोबारा हिंसा फैलाने की कोशिश की है, शांति व्यवस्था बहाल करने में टीम जुटी हुई है।