Etah News: ये कैसी व्यवस्था! एटा मेडिकल कालेज में प्रसूता को नहीं किया भर्ती, नवजात ने तोड़ा दम, कहा, पहले खून लेकर आओ तब भर्ती करेंगे
यह घटनाक्रम 22 अक्टूबर की रात नौ बजे का है। परिवार के लोग इधर-उधर दौड़ते रहे लेकिन उन्हें कहीं भी खून नहीं मिला। उनके साथ कोई ऐसा व्यक्ति भी मौजूद नहीं था जो अपना खून दे देता। इतने में बच्ची की हालत बिगड़ गई तो स्टाफ के लोग उस बच्ची को अपने साथ ले गए और उपचार देने की कोशिश की लेकिन तब तक बच्ची ने दम तोड़ दिया।
By pravesh dixitEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Tue, 24 Oct 2023 08:47 AM (IST)
जागरण संवाददाता, एटा। एटा मेडिकल कालेज में जैथरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से रेफर की गई प्रसूता और उसकी नवजात बच्ची को समय से मेडिकल कालेज में इलाज नहीं मिला।
एक घंटे तक परिवार एमसीएच विंग में एंट्री के लिए खड़ा रहा, लेकिन प्रसूता को खून की आवश्यकता थी। चिकित्सकों ने कह दिया कि पहले खून लेकर आओ तब भर्ती करेंगे। इस दौरान नवजात बच्ची ने दम तोड़ दिया।
चिकित्सकों ने बताया खून है कम
थाना जैथरा क्षेत्र के गांव गढ़िया सुहागपुर निवासी सुरजीत सिंह की पत्नी रूबी को पहले डिलीवरी के लिए जैथरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया था, जहां उसकी सामान्य रूप से डिलीवरी हो गई और बच्ची को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद महिला में चिकित्सकों ने खून की कमी बताई।ये भी पढ़ेंः Vrindavan Banke Bihari Mandir: अदालत के आदेश को बांकेबिहारी मंदिर में दिखाया ठेंगा!, चंदन और सेवायतों की गद्दी से दर्शन हो रहे मुश्किलइसलिए वहां के चिकित्सकों ने मेडिकल कालेज ले जाने की सलाह दी और रेफर कर दिया। उधर बच्ची की भी हालत ठीक नहीं थी, वह भी कमजोर थी और उसे भी उपचार की आवश्यकता थी। इसलिए परिवार के लोग महिला और नवजात बच्ची को मेडिकल कालेज ले आए।
ये भी पढ़ेंः Kasganj: दारोगाजी की मनमानी पर एसपी का एक्शन; नेकर टीशर्ट पहनकर चौकी पर बैठे, महिलाओं से अभद्रता और रिश्वत लेने पर गिरी गाजयहां एमसीएच विंग के बाहर वे एक घंटे तक खड़े रहे, उन्होंने स्टाफ से कई बार कहा कि महिला और बच्ची को भर्ती कर लें। यह भी बताया कि महिला में खून की कमी है। इस पर वहां मौजूद चिकित्सकों और स्टाफ ने कह दिया कि पहले खून लेकर आओ तब भर्ती कराओ। चिकित्सकों ने तब तक बच्ची को हाथ नहीं लगाया।
बच्ची की मौत के बाद महिला के साथ आए स्वजन ने हंगामा किया और मेडिकल कालेज के चिकित्सकों पर आरोप लगाया कि भारी लापरवाही बरती गई है। महिला की हालत गंभीर होते हुए भी उसे भर्ती नहीं कराया गया। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. संदीप गुप्ता का कहना है कि अगर कोई लापरवाही हुई है तो जांच की जाएगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।