Etah News: सपा नेता रामेश्वर और जुगेंद्र सहित चार पर दुष्कर्म का मुकदमा, पीड़िता ने 9 साल बाद दर्ज कराई शिकायत
एटा में सपा नेता और पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव उनके भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव और पूर्व विधायक के दो बेटों के खिलाफ एक युवती ने दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया है। घटना के नौ साल बाद मुकदमा दर्ज कराने वाली युवती अलीगढ़ जिले की रहने वाली है। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। आरोपित पूर्व विधायक इन दिनों जेल में हैं।
जागरण संवाददाता, एटा। सपा नेता एवं अलीगंज के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव, भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव और पूर्व विधायक के दो बेटों के विरुद्ध युवती ने गुरुवार को दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया है। घटना के नौ साल बाद मुकदमा दर्ज कराने वाली युवती अलीगढ़ जिले की रहने वाली है। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
आरोपित पूर्व विधायक व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष इन दिनों जेल में हैं। गुरुवार शाम स्वजन के साथ शहर कोतवाली पहुंची युवती ने बताया कि चार जनवरी 2015 को सुबह आठ बजे वह सपा नेता जुगेंद्र सिंह यादव के जीटी रोड स्थित फार्म हाउस पर काम मांगने के लिए गई थी, तभी जुगेंद्र ने ऊपर कमरे में जाने के लिए कहा और इसके बाद वहां दुष्कर्म किया। मेरे ही दुपट्टे से हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद कमरे में बंद कर चले गए।
थोड़ी देर बाद पूर्व विधायक आए और उन्होंने भी दुष्कर्म किया और धमकी दी कि अगर किसी को बताया तो जान से मार देंगे। किसी तरह कमरे से निकलकर मैं भागी तो नीचे पूर्व विधायक के पुत्र सुबोध यादव और प्रमोद यादव मिले। उन्हें घटना के बारे में बताया तो वे आगबबूला हो गए। दोनों ने मेरे कपड़े फाड़ दिए।
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युवती ने कहा कि अब मैं मोदी-योगी की सरकार होने के कारण साहस जुटा पाईं हूं। अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार ने बताया पूर्व विधायक व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और दो अन्य नामजदों के विरुद्ध युवती ने एफआइआर लिखाई है।छानबीन की जा रही है।
आरोपितों का लंबा आपराधिक इतिहास है। आरोपितों पर 150 से अधिक मुकदमे हैं दर्ज पूर्व विधायक रामेश्वर यादव अलीगढ़, जबकि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र यादव एटा कारागार में निरुद्ध हैं। दोनों भाई भूमाफिया हैं और 150 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। दुष्कर्म के ही कई मामले बीते दो वर्ष में दर्ज हुए हैं।
इसके अलावा जमीनों पर अवैध कब्जे के मामले भी दर्ज हैं। पुलिस ने वर्ष 2022 में गैंगस्टर एक्ट के तहत दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके बाद जमीनों पर अवैध कब्जे के कई पीड़ित सामने आए और एफआइआर दर्ज कराईं।इसे भी पढ़ें-इलाहाबाद हाई कोर्ट में 3306 पदों पर बंपर भर्ती, आज से ऑनलाइन आवेदन शुरू
आरोपितों के पैतृक गांव अमृतपुर रघुपुर में कुर्की भी हो चुकी है। प्रशासन एटा, आगरा, मथुरा, फर्रुखाबाद, लखनऊ सहित प्रदेश के कई शहरों में अब तक करोड़ों की अचल संपत्ति जब्त कर चुका है।
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