200 करोड़ से कानपुर-टूंडला रेलवे ट्रैक पर बनेगी दीवार
हेम कुमार शर्मा इटावा दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर आए दिन जानवरों और बाइक सवारों क
हेम कुमार शर्मा , इटावा :
दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर आए दिन जानवरों और बाइक सवारों के हादसों से ट्रेनों के परिचालन प्रभावित होने को लेकर कानपुर से टूंडला रेलवे स्टेशन के मध्य 200 करोड़ रुपये से ट्रैक के दोनों ओर बाउंड्रीवॉल का निर्माण शुरू कराने का आदेश रेलवे प्रशासन ने दिया है। इससे ट्रेनों का परिचालन काफी सुरक्षित होगा। वर्तमान दौर में 100 से 130 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से यात्री ट्रेनें दौड़ रहीं हैं। निकट भविष्य में तेजस, हमसफर, शताब्दी, राजधानी सहित अन्य कई महत्वपूर्ण ट्रेनों की स्पीड 150 किमी प्रति घंटा किए जाने को लेकर ट्रैक पर ट्रायल जारी है। इसमें बड़ी दिक्कत ट्रैक का खुला होना माना जा रहा है। ओपन ट्रैक होने से रनओवर काफी हो रहे हैं। रेलवे की भाषा में रनओवर का मतलब है दौड़ रही ट्रेन के समक्ष अचानक इंसान या जानवर का आना और उसका कट जाना। इससे ट्रेन को इमरजेंसी ब्रैक लगाकर रोकना भी पड़ता है जिससे भयावह हादसा होने का खतरा रहता है। इसी के तहत ट्रैक पर दीवार का निर्माण कराए जाने का प्रस्ताव स्वीकार किया गया है। दोनों ओर होगी आरसीसी दीवार रेलवे ट्रैक के दोनों ओर 1.80 मीटर ऊंचाई की आरसीसी दीवार बनेगी। थोड़ी-थोड़ी दूरी पर सवा फीट वर्गाकार पिलर बनाए जाएंगे। पिलर में छह इंच मोटी आरसीसी प्लेट बनाकर लगाई जाएगी। इटावा मंडल कार्यालय जसवंतनगर से अंबियापुर रेलवे स्टेशनों के मध्य 104 किमी की दूरी में आरसीसी दीवार बनायी जाएगी। प्लेट निर्माण रेलवे मैदान में जल्द शुरू होगा। रेलवे भूमि होगी सुरक्षित दीवार निर्माण से रेलवे भूमि सुरक्षित होगी। भूमि की नाप कराकर दीवार निर्माण कराया जाएगा। इससे अनाधिकृत रास्ते बंद हो जाएंगे जिससे ट्रेनों का परिचालन सुरक्षित हो जाएगा। चेनपुलिग करके ट्रैक पार करना आसान नहीं होगा।
कानपुर से टूंडला के मध्य 200 करोड़ रुपये की लागत से दीवार निर्माण स्वीकृत कर दिया गया है। यह कार्य सेक्शन वाइज कराया जाएगा, निर्माण कार्य की तैयारियां शुरू की जा रही हैं। - महेंद्र सिंह मीणा, वरिष्ठ खंड अभियंता उमरे